जोधपुर. प्रताप नगर थाना पुलिस ने बीते सप्ताह थाना इलाके में दिनदहाड़े हुई लूट के मामले का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने बताया कि लूट की साजिश फर्म के एक कर्मचारी ने ही रची थी.
जब लूट हुई तो आरोपी साथी कर्मचारी ने ही अपने साथी की लोकेशन लुटेरों को भेजी और लूट करवाई. लूट के बाद साथी कर्मचारी के साथ वह बदमाशों को ढूंढने के लिए भी गया. लेकिन उसकी संदिग्ध गतिविधियों के चलते पुलिस ने आखिरकार उससे सच उगलवा ही लिया.
प्रताप नगर थाना अधिकारी सोम करण ने बताया कि 20 जुलाई को कर्मचारी महिपाल बिश्नोई से बैग लूट लिया गया था. उस समय उसके साथ एक अन्य कर्मचारी विक्रम आचार्य भी था. महिपाल ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी गुटखा फर्म संचालक अपने मालिक को दी.
उसकी रिपोर्ट पर ही मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने इस प्रकरण में महिपाल और विक्रम से लगातार पूछताछ की. विक्रम के मोबाइल फोन की भी पड़ताल की गई. जिसके बाद पुलिस को एक के बाद एक सबूत मिलते गए और कड़ियां जुड़ती गई.
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आखिरकार विक्रम टूट गया और उसने पुलिस को बताया कि उसने नौसर निवासी छोटू राम विश्नोई और पल्ली निवासी मांगीलाल सिंह उर्फ एमके के अलावा दो अन्य के साथ मिलकर लूट की साजिश रची थी. पुलिस ने विक्रम से हुई पूछताछ के आधार पर दो बाल अपचारियों से लूटी गई राशि 3.75 लाख भी बरामद कर ली. प्रकरण में दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
खुद लोकेशन भेजी और नाटक करता रहा विक्रम
विक्रम ने ही छोटू राम को महिपाल की लोकेशन भेजी थी. लूट के वक्त वह खुद महिपाल के साथ बाइक पर बैठा था. बाइक जब भवानी दाल बाटी के पास पहुंची और ज्यों ही गली में एंट्री की तो उसकी भेजी गई लोकेशन के आधार पर पिकअप से आ रहे छोटूराम, एमके और अन्य दो बाल अपचारी ने पिकअप बाइक के आगे लगा दी.
इसके बाद महिपाल के हाथ से लुटेरे 4 लाख की रकम से भरा बैग लेकर फरार हो गए. महिपाल ने लूट की खबर अपने मालिक राजकुमार को दी. घटना के बाद आरोपी विक्रम ने महिपाल से लुटेरों का पीछा करने को कहा और कुछ गलियों में उसके साथ घूमा भी. उसका यह नाटक सीसीटीवी में कैद हो गया.
मामले में पुलिस ने अलग-अलग जगह के फुटेज भी खंगाले और आखिरकार नौसर पुलिस व मतोड़ा थाना पुलिस की मदद से मामले का खुलासा कर दिया.