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जेल में 'खेल': जोधपुर सेंट्रल जेल से VIRAL VIDEO पर जेल अधीक्षक ने ईटीवी भारत पर दी सफाई

जोधपुर सेंट्रेल जेल से वायरल हुए वीडियो को जोधपुर के जेल अधीक्षक ने डेढ़ साल पुराना बताया है. वायरल हुए इन वीडियो को लेकर ईटीवी भारत ने जेल में हो रहे इस खेल को उजागर करते हुए प्रशासन से सवाल किए थे. अब जेल अधीक्षक ने सफाई देते हुए इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से खास बातचीत की है.

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Published : Oct 18, 2019, 10:03 PM IST

Superintendent clarified on video that went viral from Jodhpur Central Jail, jodhpur news, जोधपुर न्यूज

जोधपुर. सेंट्रल जेल से कैदियों के हुए वीडियो वायरल पर जेल अधीक्षक ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में सफाई पेश की है. जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने ईटीवी भारत से बताया कि यह वीडियो लगभग एक से डेढ़ साल पुराने हैं. जिनका उपयोग कैदी आजाद सिंह द्वारा अभी किया गया है. कैदी आजाद सिंह को जोधपुर जेल से उदयपुर जेल में शिफ्ट करने के बाद उसके द्वारा यह वीडियो वायरल किए गए हैं.

जोधपुर सेंट्रल जेल से वायरल हुए वीडियो पर अधीक्षक की सफाई

जेल से वीडियो आने के बाद जेल अधीक्षक ने कहा कि वे खुद इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं, साथ ही जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा और रिपोर्ट जेल डीजीपी और राज्य सरकार को भेजी जाएगी. जेल अधीक्षक के अनुसार जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदी आजाद सिंह का आचरण काफी बद से बदतर था, उसके द्वारा अलग तरह की डिमांड की जाती थी और डिमांड पूरी नहीं करने पर वह जेल के स्टाफ को सस्पेंड करवा देने की धमकी दिया करता था. साथ ही उसके द्वारा कहा गया कि जिस दिन उसे जेल से कहीं और शिफ्ट कर दिया जाएगा तो वह जोधपुर सेंट्रल जेल को बदनाम कर देगा.

पढ़ेंः हिण्डौन सिटी सब जेल में बंदी की आत्महत्या पर परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

कैलाश त्रिवेदी का कहना है कि कैदी आजाद सिंह की मांगें पूरी नहीं करने पर उसके द्वारा द्वेष भावना से ये वीडियो वायरल किए गए हैं, जोकि करीब एक से डेढ़ साल पहले बनाए गए हैं. जोधपुर सेंट्रल जेल में खाने पीने की चीजों को लेकर आजाद सिंह ने एक चिट्ठी भी सोशल मीडिया पर वायरल की थी, जिसमें शक्कर 100 किलो, लाल मिर्ची ढाई सौ रुपए किलो, बीड़ी का बंडल 2000 का बताया था. इस मामले पर जेल अधीक्षक ने कहा कि जेल में दी जाने वाली सभी खाद्य पदार्थों की लागत निर्धारित होती है उससे एक रुपय भी ऊपर नहीं लिया जाता.

पढ़ेंः जोधपुर: सेंट्रल जेल में ड्यूटी पर तैनात आरएसी कॉन्स्टेबल की हार्ट अटैक से मौत

कैदी आजाद सिंह द्वारा लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं. उसने द्वेष भावना से जोधपुर सेंट्रल जेल को बदनाम करने के लिए ऐसे आरोप लगाए हैं. फिलहाल वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन सकते में है और जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी द्वारा ही इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी.

जोधपुर. सेंट्रल जेल से कैदियों के हुए वीडियो वायरल पर जेल अधीक्षक ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में सफाई पेश की है. जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने ईटीवी भारत से बताया कि यह वीडियो लगभग एक से डेढ़ साल पुराने हैं. जिनका उपयोग कैदी आजाद सिंह द्वारा अभी किया गया है. कैदी आजाद सिंह को जोधपुर जेल से उदयपुर जेल में शिफ्ट करने के बाद उसके द्वारा यह वीडियो वायरल किए गए हैं.

जोधपुर सेंट्रल जेल से वायरल हुए वीडियो पर अधीक्षक की सफाई

जेल से वीडियो आने के बाद जेल अधीक्षक ने कहा कि वे खुद इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं, साथ ही जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा और रिपोर्ट जेल डीजीपी और राज्य सरकार को भेजी जाएगी. जेल अधीक्षक के अनुसार जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदी आजाद सिंह का आचरण काफी बद से बदतर था, उसके द्वारा अलग तरह की डिमांड की जाती थी और डिमांड पूरी नहीं करने पर वह जेल के स्टाफ को सस्पेंड करवा देने की धमकी दिया करता था. साथ ही उसके द्वारा कहा गया कि जिस दिन उसे जेल से कहीं और शिफ्ट कर दिया जाएगा तो वह जोधपुर सेंट्रल जेल को बदनाम कर देगा.

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कैलाश त्रिवेदी का कहना है कि कैदी आजाद सिंह की मांगें पूरी नहीं करने पर उसके द्वारा द्वेष भावना से ये वीडियो वायरल किए गए हैं, जोकि करीब एक से डेढ़ साल पहले बनाए गए हैं. जोधपुर सेंट्रल जेल में खाने पीने की चीजों को लेकर आजाद सिंह ने एक चिट्ठी भी सोशल मीडिया पर वायरल की थी, जिसमें शक्कर 100 किलो, लाल मिर्ची ढाई सौ रुपए किलो, बीड़ी का बंडल 2000 का बताया था. इस मामले पर जेल अधीक्षक ने कहा कि जेल में दी जाने वाली सभी खाद्य पदार्थों की लागत निर्धारित होती है उससे एक रुपय भी ऊपर नहीं लिया जाता.

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कैदी आजाद सिंह द्वारा लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं. उसने द्वेष भावना से जोधपुर सेंट्रल जेल को बदनाम करने के लिए ऐसे आरोप लगाए हैं. फिलहाल वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन सकते में है और जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी द्वारा ही इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी.

Intro:जोधपुर
जोधपुर सेंट्रल जेल से सोमवार को 4 वीडियो वायरल हुए थे जिनमें कैदी नशा करते हुए मोबाइल का प्रयोग करते हुए स्मैक पीते हुए सहित जेलर जगदीश प्रसाद पुलिया पर आरोप लगाते हुए दिखाई दिए । इस खबर को ईटीवी भारत में प्रमुखता से अपने दर्शकों को दिखाया । जेल से ऐसे वीडियो बाहर आने के बाद जेल प्रशासन में काफी हड़कंप मच गया। साथ ही देश की दूसरी सबसे सुरक्षित माने जाने वाली जोधपुर सेंट्रल जेल एक बार फिर सुर्खियों में आ गई। इस मामले पर गुरुवार को ईटीवी भारत ने जोधपुर सेंट्रल जेल के सुप्रिडेंट आईपीएस कैलाश त्रिवेदी से एक्सक्लूसिव और खास बातचीत की। बातचीत में कैलाश त्रिवेदी ने सभी वीडियो को लगभग एक से डेढ़ साल पुराना बताया। साथ ही जेल सुप्रीडेंट ने बताया कि वायरल हुआ वीडियो में जो कैदी दिखाई दे रहै है उनमें से कई कैदियों की जमानत भी हो चुकी है। और जेल बैरक के कैदियों के साथ अंदर दिखाई दे रहा है पुलिस के जवान के बयान लेने पर उसने वह फोटो वर्ष 2017 में लेना बताया है।


Body:जोधपुर जेल सुप्रिडेंट कैलाश त्रिवेदी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि यह वीडियो लगभग एक से डेढ़ साल पुराने हैं जिनका उपयोग कैदी आजाद सिंह द्वारा अभी किया गया है ।कैदी आजाद सिंह को जोधपुर जेल से उदयपुर जेल में शिफ्ट करने के बाद उसके द्वारा यह वीडियो वायरल किए गए हैं
जेल से वीडियो आने के बाद जेल सुप्रिडेंट ने कहा कि वे खुद इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। साथ ही जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा ।और रिपोर्ट जेल डीजीपी और राज्य सरकार को भेजी जाएगी। जेल सुप्रिडेंट के अनुसार जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदी आजाद सिंह का आचरण काफी बद से बदतर था उसके द्वारा अलग तरह की डिमांड की जाती थी ओर डिमांड पूरी नहीं करने पर वह जेल के स्टाफ को सस्पेंड करवा देने की धमकी दिया करता था। साथ ही उसके द्वारा कहा गया कि जिस दिन उसे जेल से कहीं और शिफ्ट कर दिया जाएगा तो वह जोधपुर सेंट्रल जेल को बदनाम कर देगा। कैलाश त्रिवेदी का कहना है कि कैदी आजाद सिंह की मांगे पूरी नहीं करने पर उसके द्वारा द्वेष भावना से या वीडियो वायरल किए गए हैं जो कि लगभग 1 से डेढ़ साल पहले बनाए गए हैं। जोधपुर सेंट्रल जेल में खाने पीने की चीजों को ले कर आजा सिंह ने एक चिट्ठी भी सोशल मीडिया वाइरल की थी जिसमें शक्कर ₹100 किलो, लाल मिर्ची ढाई सौ रुपए किलो, बीड़ी का बंडल ₹2000 का बताया था। इस मामले पर जेल सुप्रिडेंट ने कहा कि जेल में दी जाने वाली सभी खाद्य पदार्थों की लागत निर्धारित होती है उससे ₹1 भी ऊपर नहीं लिया जाता। कैदी आजाद सिंह द्वारा लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं उसने द्वेष भावना से जोधपुर सेंट्रल जेल को बदनाम करने के लिए ऐसे आरोप लगाए हैं। फिलहाल वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन सकते में है और जेल सुप्रिडेंट कैलाश त्रिवेदी द्वारा ही इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी। जेल सुप्रिडेंट द्वारा इस पूरे मामले की जांच कर कब तक खुलासा किया जाता है यह देखने वाली बात होगी। जेल सुप्रिडेंट द्वारा यह सभी वीडियो लगभग एक से डेढ़ साल पुराने बताये जा रहे हैं लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि एक डेढ़ साल पहले से ही जोधपुर सेंट्रल जेल में मोबाइल का प्रयोग हो रहा है । अगर जोधपुर सेंट्रल जेल के अंदर कैदियों के पास मोबाइल नहीं होते तो यह वीडियो बनाना मुश्किल होता।


Conclusion:one टू one
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