जोधपुर. छात्र संघ चुनाव प्रचार के दौरान बुधवार को कमला नेहरू गर्ल्स कॉलेज के बाहर एबीवीपी और एनएसयूआई की छात्राएं (Ruckus in Kamala Nehru College) आपस में भिड़ गईं. काफी देर तक बवाल मचा. एबीपी की छात्राओं ने जमकर हूटिंग की तो उनका जवाब देने के लिए आईं एनएसयूआई की छात्राएं भी पीछे नहीं रहीं. बड़ी मुश्किल से पुलिस ने हालात को काबू कर शांति करवाई.
दरअसल, कमला नेहरू महिला महाविद्यालय में सर्वाधिक मतदाता हैं. ऐसे में प्रतिदिन यहां सभी उम्मीदवार अपना प्रचार करने के लिए आते हैं. नियमानुसार सिर्फ कैंडिडेट ही प्रवेश कर सकते हैं, लेकिन बुधवार को एनएसयूआई के उम्मीदवार हरेंद्र चौधरी के साथ राष्ट्रीय संयोजक पारस गुर्जर भी कॉलेज परिसर में घुसे तो इसको लेकर विरोध शुरू हो गया. एबीवीपी की छात्राओं ने इसको लेकर विरोध किया कॉलेज प्रशासन के अधिकारियों को बताया, लेकिन उनकी बात सुनी नहीं गई. इस दौरान पारस गुर्जर ने उनसे कहा कि इनका संगठन इन्हें हमेशा हंगामा करने के लिए सीखाकर भेजता है. इससे छात्राएं नाराज हो गईं.
हालात इस कदर बिगड़ गए कि जब हरेंद्र चौधरी और पारस गुर्जर छात्रों को संबोधित कर रहे थे, उस समय ही हूटिंग शुरू हो गई. जिसके चलते (Protest Against NSUI National Convener) पारस गुर्जर बाहर निकले तो एबीवीपी के कार्यकर्ता अलका ने पीछा कर पारस गुर्जर को गिरा दिया. एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव कर पारस गुर्जर को बचाया. इस दौरान दोनों संगठनों की छात्राएं भी आपस में उलझ गईं और लगातार हूटिंग होती रही. महिला पुलिसकर्मियों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी.
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सभी लगे ताकत झोंकने में : चुनाव का प्रचार गुरुवार को दोपहर 3:00 बजे बंद हो जाएगा. इसके चलते आज सभी प्रत्याशी (Student Union Election Campaign) अपनी ताकत झोंक रहे हैं. हरेंद्र चौधरी ने लगभग सभी परिसरों का दौरा किया और उसके बाद ग्रामीण क्षेत्र में भी जाकर मतदान के लिए अपील की. इसी तरह एबीवीपी के राजवीर सिंह बांता ने भी आज अपने साथियों के साथ केसरिया पगड़ी बांधकर प्रचार किया और अपने पैनल को जिताने के लिए अपील की. वहीं, एसएफआई के अरविंद सिंह भाटी ने भी केएन कॉलेज में जाकर प्रचार किया और अपने संगठन का घोषणा पत्र जारी किया.