जोधपुर. राजेंद्र राठौड़ ने सीएम गहलोत पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश में लगातार कानून-व्यवस्था चौपट हो रही है और अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं. जहां एक और गेंगस्टर जेल से रंगदारी का काम कर रहे हैं तो वहीं पुलिस भी 'नादिरशाह' हो गई है.
जिस प्रकार पुलिस में पोस्टिंग दी जा रही है, उससे जनप्रतिनिधि विशेष तौर से मुख्यमंत्री के गृह जिले में एक विधायक को थाने में धरने पर बैठना पड़े, उससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता. जोधपुर में हुए लवली कंडारा एनकांउटर पर राठौड़ ने कहा कि जिस तरह से इस घटना के बाद जो कार्रवाई हुई, उससे यह मान लिया गया है कि यह एनकाउंटर नहीं, आदतन हत्या है. हत्या का मुकदमा दर्ज कर जिन लोगों को निलंबित किया गया है, उन्हें आरोपी मानकर गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया. इस पर सवाल उठना लाजमी है. राठौड़ मंगलवार को जोधपुर में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए आए थे.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह विभाग अपने पास रखा है, जिसके चलते प्रदेश में जब भी कानून-व्यवस्था की बात आती है तो भाजपा पूर्ण कालिक गृहमंत्री का मुद्दा उठाती रही है.
मुख्यमंत्री पर मानसिक दबाव, लेकिन वे हठी...
कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) बैठक पर टिप्पणी करते हुए राठौड़ ने कहा कि इस बैठक से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर मंत्रिमंडल विस्तार का मानसिक दबाव बढ़ा है. लेकिन वे हमीर की तरह हठी हैं. वे अपने कार्यकाल में शायद ही मंत्रिमंडल विस्तार या पुनर्गठन कर पाएंगे, क्योंकि ज्योंही यह होगा तो यह सरकार ताश के पत्तों की तरह ढह जाएगी.
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प्रवासी हो गए चिकित्सा मंत्री...
राठौड़ ने प्रदेश में फैल रहे डेंगू पर चिकित्सा विभाग को विफल बताते हुए कहा कि चिकित्सा मंत्री प्रवासी हो गए हैं. गुजरात का प्रभार मिलने के बाद हम चौड़े, गली संकरी वाले हालात हो गए हैं. डेंगू का प्रबंधन पूरी तरह से विफल हो गया है. सरकार की लापरवाही के चलते डेंगू लगातार फैल रहा है.