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कांग्रेस में जो कुछ हो रहा है उसके जिम्मेदार अशोक गहलोत: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष

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Published : Sep 26, 2022, 11:34 PM IST

Updated : Sep 27, 2022, 9:44 AM IST

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बड़ा हमला बोला (Rajendra Chaudhary targets Gehlot) है. उन्‍होंने कहा कि बिना मुख्‍यमंत्री के कहे, कुछ नहीं होता है. कांग्रेस में जो कुछ हो रहा है, उसके जिम्‍मेदार सीएम अशोक गहलोत हैं.

Rajendra Chaudhary targets Gehlot, says CM is responsible for political crisis in Rajasthan
कांग्रेस में जो कुछ हो रहा है उसके जिम्मेदार अशोक गहलोत है: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष

जोधपुर. राजस्थान कांग्रेस में चल रही उठापटक के बीच सोमवार शाम को संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के प्रेस कांफ्रेंस कर पायलट गुट और कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिव पर लगाए आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बड़ा हमला बोला (Rajendra Chaudhary targets Gehlot) है. उन्होंने कहा है कि जो रविवार को बैठक की गई, वो नेतृत्व के खिलाफ की गई थी.

चौधरी ने कहा कि इतना कुछ हो रहा था. उस समय अशोक गहलोत कहां थे? उनकी भी जिम्मेदारी थी. लेकिन उन्होंने क्या किया. केंद्रीय नेतृत्व सब देख रहा है. क्या अशोक गहलोत को अब भी राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरना चाहिए. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि कल जो एपिसोड हुआ है, उसमें सबसे ज्यादा जिम्मेदारी उनकी है, क्योंकि वे मुख्यमंत्री हैं. उस समय नैतिकता कहां गई थी. जहां पर सब उनसे पूछकर केंद्रीय ऑब्जर्वर आए थे और वहां पर मुख्यमंत्री जी अपने पार्लियामेंट अफेयर्स मिनिस्टर को भी कुछ नहीं कह रहे हैं, यह सब क्या है? चौधरी ने कहा कि पार्टी का जो चीफ व्हिप होता है, वह बिना मुख्यमंत्री के कहने पर कुछ नहीं करता है.

अशोक गहलोत जिम्मेदार

पढ़ें: धारीवाल का माकन पर हमला, पायलट के लिए गहलोत को हटाने के षडयंत्र का आरोप

चौधरी ने कहा कि इस पूरे प्रकरण को लेकर अजय माकन और मल्लिकार्जुन खरगे जो रिपोर्ट देंगे, उस पर कार्रवाई होगी. यह हमारी मांग है. प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि जब सचिन पायलट और अन्य विधायकों ने 2 साल पहले अपनी बात रखने के लिए एक जगह चुनी थी, उसे बगावत कहा जा रहा है, तो कल क्या था? उसे पीठ में छुरा भोंकना बताया जा रहा है, तो कल क्या था? पूर्व चिकित्सा मंत्री ने शांति धारीवाल द्वारा अजय माकन पर लगाए गए आरोपों की आलोचना करते हुए कहा कि यह बिल्कुल गलत है. अजय माकन किसी एजेंडा के साथ में आए थे. वे आलाकमान के कहने पर रायशुमारी करने आए थे. लेकिन विधायकों को रोका गया. उन्हें मिलने नहीं दिया गया और शर्तें थोपी गई. मंत्री-विधायकों ने केंद्रीय नेतृत्व की अवज्ञा की है.

पढ़ें: Big News : कांग्रेस आलाकमान का सख्त रुख, मंत्री धारीवाल और जोशी को कारण बताओ नोटिस

राष्ट्रीय अध्यक्ष की अवज्ञा संगठन मौन: रविवार शाम को शांति धारीवाल के घर पर विधायकों की बैठक और उसके बाद के प्रकरण में पहली बार कांग्रेस संगठन की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है. हालांकि राजेंद्र चौधरी को सचिन पायलट गुट का नेता माना जाता है. ऐसे में प्रतिक्रिया स्वाभाविक भी है. अन्यथा इस पूरे मामले पर संगठन के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को आगे आना चाहिए था. क्योंकि मंत्रियों और विधायकों ने पार्टी की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की अवज्ञा की है, लेकिन डोटासरा गहलोत की गोद में बैठे हैं.

जोधपुर. राजस्थान कांग्रेस में चल रही उठापटक के बीच सोमवार शाम को संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के प्रेस कांफ्रेंस कर पायलट गुट और कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिव पर लगाए आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बड़ा हमला बोला (Rajendra Chaudhary targets Gehlot) है. उन्होंने कहा है कि जो रविवार को बैठक की गई, वो नेतृत्व के खिलाफ की गई थी.

चौधरी ने कहा कि इतना कुछ हो रहा था. उस समय अशोक गहलोत कहां थे? उनकी भी जिम्मेदारी थी. लेकिन उन्होंने क्या किया. केंद्रीय नेतृत्व सब देख रहा है. क्या अशोक गहलोत को अब भी राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरना चाहिए. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि कल जो एपिसोड हुआ है, उसमें सबसे ज्यादा जिम्मेदारी उनकी है, क्योंकि वे मुख्यमंत्री हैं. उस समय नैतिकता कहां गई थी. जहां पर सब उनसे पूछकर केंद्रीय ऑब्जर्वर आए थे और वहां पर मुख्यमंत्री जी अपने पार्लियामेंट अफेयर्स मिनिस्टर को भी कुछ नहीं कह रहे हैं, यह सब क्या है? चौधरी ने कहा कि पार्टी का जो चीफ व्हिप होता है, वह बिना मुख्यमंत्री के कहने पर कुछ नहीं करता है.

अशोक गहलोत जिम्मेदार

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चौधरी ने कहा कि इस पूरे प्रकरण को लेकर अजय माकन और मल्लिकार्जुन खरगे जो रिपोर्ट देंगे, उस पर कार्रवाई होगी. यह हमारी मांग है. प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि जब सचिन पायलट और अन्य विधायकों ने 2 साल पहले अपनी बात रखने के लिए एक जगह चुनी थी, उसे बगावत कहा जा रहा है, तो कल क्या था? उसे पीठ में छुरा भोंकना बताया जा रहा है, तो कल क्या था? पूर्व चिकित्सा मंत्री ने शांति धारीवाल द्वारा अजय माकन पर लगाए गए आरोपों की आलोचना करते हुए कहा कि यह बिल्कुल गलत है. अजय माकन किसी एजेंडा के साथ में आए थे. वे आलाकमान के कहने पर रायशुमारी करने आए थे. लेकिन विधायकों को रोका गया. उन्हें मिलने नहीं दिया गया और शर्तें थोपी गई. मंत्री-विधायकों ने केंद्रीय नेतृत्व की अवज्ञा की है.

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राष्ट्रीय अध्यक्ष की अवज्ञा संगठन मौन: रविवार शाम को शांति धारीवाल के घर पर विधायकों की बैठक और उसके बाद के प्रकरण में पहली बार कांग्रेस संगठन की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है. हालांकि राजेंद्र चौधरी को सचिन पायलट गुट का नेता माना जाता है. ऐसे में प्रतिक्रिया स्वाभाविक भी है. अन्यथा इस पूरे मामले पर संगठन के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को आगे आना चाहिए था. क्योंकि मंत्रियों और विधायकों ने पार्टी की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की अवज्ञा की है, लेकिन डोटासरा गहलोत की गोद में बैठे हैं.

Last Updated : Sep 27, 2022, 9:44 AM IST
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