जोधपुर. जयपुर के बाद अब डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज को भी प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना का उपचार करने के ट्रायल की अनुमति मिल गई है. शुक्रवार को आईसीएमआर ने एमडीएम अस्पताल के साथ जोधपुर एम्स को भी अनुमति जारी की है. यह अनुमति सिर्फ और सिर्फ शोध के रूप में जारी की गई है.
थेरेपी के ट्रायल से प्राप्त होने वाले रिजल्ट आईसीएमआर को भेजने होंगे. इसके बाद ही नियमित उपचार को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर फैसला होगा. इसके बाद मथुरा दास माथुर अस्पताल में इसको लेकर गठित कमेटी ने थेरेपी से जुड़े प्रोटोकॉल पर काम शुरू कर दिया है. अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर एमके आसेरी ने बताया कि सभी तरह की तैयारी कर ली गई है. वर्तमान में हमारे पास एक चिन्हित मरीज है, जिसका उपचार प्लाज्मा से किया जा सकता है. इसके लिए कमेटी सभी प्रोटोकॉल देख रही है.
अस्पताल ब्लड बैंक के प्रभारी डॉक्टर जीसी मीणा ने बताया कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीज, जिसने अस्पताल से छुट्टी के 28 दिन बिता लिए हो. उससे प्लाज्मा लिया जाएगा. डॉक्टर मीणा के अनुसार यह प्लाज्मा एसडीपी के मार्फत लिया जाएगा. जिससे कि शरीर से दूसरे रक्त के अव्यय बाहर नहीं आएंगे. इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने ठीक होकर के मरीजों से अस्पताल के ब्लड बैंक में संपर्क करने का कहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी मरीज प्लाज्मा देगा उसकी सभी तरह की जांच से लेकर प्लाज्मा प्राप्त करने का पूर्ण खर्च राज्य सरकार उठाएगी.
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गौरतलब है कि जोधपुर में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. यहां पॉजिटिव रोगियों की संख्या 850 के पार पहुंच गई है और हर दिन नए मामले सामने भी आ रहे हैं. ऐसे में अगर प्लाज्मा थेरेपी से उपचार का ट्रायल सफल होता है और अगर इसे आईसीएमआर नियमित करने के आदेश जारी कर देती है, तो लोगों को बहुत फायदा होगा. जोधपुर में अब तक 350 से ज्यादा कोरोना के रोगी ठीक हो कर जा चुके हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में प्लाज्मा डोनेट करने के लिए लोग आगे आ सकते हैं. प्लाज्मा डोनेट के लिए एमडीएम अस्पताल की ब्लड बैंक में 02912624300 पर संपर्क किया जा सकता है.