जोधपुर. पाली जिले के चोटिला गांव निवासी पप्पू सिंह की आज मथुरा दास माथुर अस्पताल में उपचार के अभाव में मौत हो गई. पप्पू सिंह को उसका भाई यहां एंबुलेंस से लेकर आया था, लेकिन घंटों इधर-उधर भटकने के बाद भी पप्पू सिंह को सांसें नहीं मिली. अपने भाई को बेंच पर लिटा कर वह इधर-उधर घूमता रहा, लेकिन कहीं पर भी उसकी सुनवाई नहीं हुई और आखिरकार पप्पू सिंह का दम उसी जगह पर निकल गया.
पप्पू सिंह के भाई ने कई लोगों को फोन भी किए, जिनके ऑडियो भी ग्रुप में वायरल हो रहे हैं. इसके अलावा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पप्पू सिंह बेहद गंभीर हालत में नजर आता है. बताया जाता है कि लगातार प्रयास करने के बावजूद पप्पू सिंह के लिए बेड का इंतजाम नहीं हो सका. इसके चलते उसे ऑक्सीजन भी नहीं मिली. अंततः उसका दम वहीं निकल गया.
मरते समय उसके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 64 हो गया था. मरने के बाद परिजनों को यह कहा गया कि इसकी कोरोना जांच होगी और उसके बाद ही बॉडी मिलेगी. जिससे घबराए हुए परिजन पप्पू सिंह का शव लेकर चले गए. देर शाम को पाली जिले के चोटिला गांव में पप्पू सिंह पुत्र देवी सिंह का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. पप्पू सिंह का अस्पताल में एडमिशन नहीं हुआ तो उसकी मौत व उपस्थिति भी कहीं दर्ज नहीं है. जिसके चलते हर कोई जिम्मेदार अनजान है.
ऑक्सीजन स्ट्रेचर नहीं मिली...
एमडीएम अस्पताल के जनाना विंग में कोरोना मरीजों का उपचार होता है. सामान्य तो यहां कई स्ट्रेचर लगे रहते हैं. जिन पर ऑक्सीजन सिलेंडर होता है, लेकिन रविवार को दुर्भाग्य से जब पप्पू सिंह या पहुंचा तो एक भी स्ट्रेचर नहीं मिला, जिसके ऑक्सीजन लगा हो. यही कारण था कि पप्पू सिंह को प्राणवायु नहीं मिली और अंततः उसकी मृत्यु हो गई. हालांकि, इस पूरे मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है और ना ही ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि करता है. घटना एक दिन पहले यानी रविवार की बताई जा रही है.