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पंचायत चुनाव: बेनीवाल की RLP बिगाड़ेगी जोधपुर में भाजपा और कांग्रेस की गणित - congress

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) जोधपुर जिले में पंचायत चुनाव में उतर गई है. RLP जोधपुर में भाजपा और कांग्रेस की गणित बिगाड़ सकती है.

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पंचायत चुनाव
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Published : Aug 17, 2021, 12:31 PM IST

जोधपुर. नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) जोधपुर जिले में पंचायत चुनाव में उतर गई है. रालोपा ने पंचायत समितियों में भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं. साथ ही जिला परिषद के 37 में से 26 वार्डों में अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं. माना जा रहा है कि रालोपा दोनों पार्टियों को नुकसान पहुंचाएगी.

पढ़ें- जिला परिषद चुनाव: 6 जिलों में 1093 उम्मीदवारों ने भरे 1301 नामांकन, आज होगी नामांकन पत्रों की जांच

खास तौर से जाट बेल्ट में आरएलपी के कई उम्मीदवार अपनी जीत दर्ज करवा सकते हैं. 37 सदस्यों वाली जिला परिषद में जिला प्रमुख के लिए 19 सदस्यों का बहुमत आवश्यक है, जिसके लिए दोनों पार्टियों को खासी मशक्कत करनी पड़ेगी. ऐसे में आरएलपी ज्यादातर जगह वोट कटवा सबित हो सकती है. इसके बावजूद इस पार्टी का यहां खाता खुलने की पूरी संभावना है, जो दोनों पार्टियों के लिए परेशानी भरा हो सकता है. आरएलपी के प्रदेशाध्यक्ष पुखराज गर्ग का कहना है कि हम सभी सीटों पर फाइट देंगे. उम्मीद है कि बड़ी संख्या में सीटें जीतेंगे.

युवाओं में क्रेज, कांग्रेस के लिए परेशानी

आरएलपी ने ज्यादातर युवाओं को ही मैदान में उतारा है. इसमें ज्यादातर कांग्रेस बहुल इलाकों के हैं, जिन्हें कांग्रेस ने अपने परंपरागत उम्मीदवारों के चलते टिकट नहीं दिया जो आगे चलकर कांग्रेस के लिए परेशानी बन सकते हैं. आरएलपी के उम्मीदवारों की ओसियां, बिलाड़ा, भोपालगढ़, लूणी विधानसभा क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन की उम्मीद बनी हुई है. इसके अलावा जिन 11 सीटों पर आरएलपी ने उम्मीद नहीं उतारे हैं. उन सीटों पर चुनाव लड़ रहे पार्टियों के बागी और निर्दलीयों पर भी नजर है, जिन्हें नामांकन वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आरएलपी समर्थन दे सकती है.

भाजपा को दोहरा नुकसान

आरएलपी के केंद्र सरकार से नाता तोड़ने के बाद से भाजपा नागौर सांसद हनुमान बेनिवाल के निशाने पर है. ऐसे में बेनीवाल इस चुनाव में भाजपा के खिलाफ और ज्यादा आक्रामक रहेंगे. खास तौर से उन्होंने कृषि कानूनों के विरोध के चलते भाजपा सरकार से नाता तोड़ा था, ऐसे में वे इस बात को भी किसानों में भुनाने का प्रयास करेंगे. इसके अलावा भाजपा के लिए निर्वतमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी का आरएएस भर्ती इंटरव्यू में रिश्वत लेने के मामले में नाम आने से वे नदारद हैं. यह कांग्रेस के लिए चुनाव में मुद्दा बन सकता है.

जोधपुर. नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) जोधपुर जिले में पंचायत चुनाव में उतर गई है. रालोपा ने पंचायत समितियों में भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं. साथ ही जिला परिषद के 37 में से 26 वार्डों में अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं. माना जा रहा है कि रालोपा दोनों पार्टियों को नुकसान पहुंचाएगी.

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खास तौर से जाट बेल्ट में आरएलपी के कई उम्मीदवार अपनी जीत दर्ज करवा सकते हैं. 37 सदस्यों वाली जिला परिषद में जिला प्रमुख के लिए 19 सदस्यों का बहुमत आवश्यक है, जिसके लिए दोनों पार्टियों को खासी मशक्कत करनी पड़ेगी. ऐसे में आरएलपी ज्यादातर जगह वोट कटवा सबित हो सकती है. इसके बावजूद इस पार्टी का यहां खाता खुलने की पूरी संभावना है, जो दोनों पार्टियों के लिए परेशानी भरा हो सकता है. आरएलपी के प्रदेशाध्यक्ष पुखराज गर्ग का कहना है कि हम सभी सीटों पर फाइट देंगे. उम्मीद है कि बड़ी संख्या में सीटें जीतेंगे.

युवाओं में क्रेज, कांग्रेस के लिए परेशानी

आरएलपी ने ज्यादातर युवाओं को ही मैदान में उतारा है. इसमें ज्यादातर कांग्रेस बहुल इलाकों के हैं, जिन्हें कांग्रेस ने अपने परंपरागत उम्मीदवारों के चलते टिकट नहीं दिया जो आगे चलकर कांग्रेस के लिए परेशानी बन सकते हैं. आरएलपी के उम्मीदवारों की ओसियां, बिलाड़ा, भोपालगढ़, लूणी विधानसभा क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन की उम्मीद बनी हुई है. इसके अलावा जिन 11 सीटों पर आरएलपी ने उम्मीद नहीं उतारे हैं. उन सीटों पर चुनाव लड़ रहे पार्टियों के बागी और निर्दलीयों पर भी नजर है, जिन्हें नामांकन वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आरएलपी समर्थन दे सकती है.

भाजपा को दोहरा नुकसान

आरएलपी के केंद्र सरकार से नाता तोड़ने के बाद से भाजपा नागौर सांसद हनुमान बेनिवाल के निशाने पर है. ऐसे में बेनीवाल इस चुनाव में भाजपा के खिलाफ और ज्यादा आक्रामक रहेंगे. खास तौर से उन्होंने कृषि कानूनों के विरोध के चलते भाजपा सरकार से नाता तोड़ा था, ऐसे में वे इस बात को भी किसानों में भुनाने का प्रयास करेंगे. इसके अलावा भाजपा के लिए निर्वतमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी का आरएएस भर्ती इंटरव्यू में रिश्वत लेने के मामले में नाम आने से वे नदारद हैं. यह कांग्रेस के लिए चुनाव में मुद्दा बन सकता है.

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