पाली/जोधपुर. पाली जिले के सोजत के बीलावास कस्बे में बुधवार को एक वृद्ध सामाजिक प्रताड़ना (Panchayat inhuman decision) से इस कदर परेशान हुआ कि उसने जहर खा (Pained old man attempts suicide in Pali) लिया. तबियत बिगड़ते देख उसे सोजत के अस्पताल ले जाया गया. वहीं से फिर जोधपुर रैफर कर दिया गया. जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.
जहर खाने वाले वृद्ध मूलाराम प्रजापत की बेटी राजेश्वरी ने बताया कि बीलावास में नौ पट्टी की पंचायत बैठी थी. जहां पर उसके पिताजी को पूरे दिन सुबह 9 बजे से शाम तक खड़ा रखा गया. बेटी का कहना है कि उन्हें 3 साल से समाज से बहिष्कृत कर रखा है. समाज में वापसी के लिए पंचों ने 25 लाख रुपए का अर्थदण्ड भी पीड़ित (Panchayat inhuman decision) पर लगाया. इससे दुखी हो बुजुर्ग ने जहर खा लिया.
जहर खाने से प्रजापत की तबियत बिगड़न लगी तो परिजनों को पता चला. बेटी राजेश्वरी का आरोप है कि इस मामले में अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. महात्मा गांधी अस्पताल में मूलाराम का उपचार चल रहा है.
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यह है मामला? : मूलाराम की बेटी का विवाह 12 साल पहले हुआ था. उसके पति ने दूसरी शादी कर ली. जिसके बाद समाज ने उसके ससुराल वालों पर 17 लाख रुपए का दंड लगाया लेकिन ये राशि मूलाराम और उसकी बेटी को नहीं दी. इसी राशि के लिए पीड़ित पिता लंबे समय से पंचों और पंचायत के चक्कर लगाता रहा. इस बीच राजेश्वरी और उसके पति का विवाद थाने भी पहुंच गया.
मामला थाने पहुंचने पर 3 साल पहले समाज ने पंचायत कर मूलाराम और उसकी बेटी को समाज से बहिष्कृत कर दिया. राजेश्वरी अपने दो बच्चों के साथ अपने पिता के पास ही रहती है. बुधवार को हुई पंचायत में पंचों ने मूलाराम की प्रताड़ित करने के लिए पंचों ने जहां जूते खोल रखे थे उस जगह पर पूरे दिन खड़ा रखा. मूलाराम ने बेटी के ससुराल से मिले दंड की राशि देने की मांग के साथ उसे समाज में शामिल करने की बात कही. जिस पर पंचों ने उलटा उस पर ही दंड लगा दिया. इस पूरे वाकये से परेशान वृद्ध ने जहर खा लिया.