जोधपुर. जिले में अंतरराष्ट्रीय ठगी का एक मामला सामने आया है. ये ठगी एक पिता के साथ अपने पुत्र की आंखों की जैनेटिक समस्या (Eye Genetic Problem Solutuion on Instagram) का निदान पाने के चक्कर में हुई है. यह ठगी इंस्टाग्राम पर इंग्लैंड की नेत्र रोग विशेषज्ञ के अकाउंट से की गई है. हालांकि मामले में धोखाधड़ी (Fraud in the name of Treatment in Jodhpur ) का अंदेशा होने पर पीड़ित ने रुपए ट्रांसफर करने से खुद को रोक लिया.
इंस्टाग्राम ऐप के जरिए धोखाधड़ी
कुड़ी भगतासनी थाने में वारदात को लेकर मामला दर्ज करवाया गया है. सेक्टर 1 निवासी पीड़ित ने रिपोर्ट में बताया गया है कि उसके बच्चे को जैनेटिक समस्या के चलते वह ढाई साल की उम्र में भी किसी को सही ढंग से पहचान नहीं पाता है. जिसको लेकर वह कई जगह पर उसका उपचार करवा चुका है. हाल ही में उसे इंस्टाग्राम (Treatment Fraud on Instagram) पर नवका बारबरा नामक आई स्पेशलिस्ट की जानकारी मिली. जिस पर उसने रिक्वेस्ट डालकर जानकारी शेयर की. इसके बाद उस डॉक्टर ने कहा कि वह 15 दिन के अवकाश पर जोधपुर आ रही है. वहां आने पर उसके पुत्र को देख लेगी और इस बीमारी का इलाज इंग्लैंड में हो जाएगा.
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डॉक्टर की बातों पर विश्वास करके पीड़ित ने उस पर भरोसा कर लिया, लेकिन उसके साथ ठगी हो गई. गनीमत रही कि उसने अपने खाता संख्या और अन्य जानकारी मांगने पर भी नहीं दी अन्यथा पूरा खाता ही साफ हो जाता. इसके बाद पीड़ित ने लंबे समय तक विशेषज्ञ से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली.
फर्जी कस्टम क्लियरेंस से आया कॉल
डॉक्टर ने उसे बताया वह इंग्लैंड से मुंबई एयरपोर्ट पर उतरेगी. 2 दिसंबर को नवका मुंबई उतरी तो पिता के पास मुंबई से एक युवती का फोन आया और कहा कि वह एयरपोर्ट कस्टम डिपार्टमेंट (Fake Customs Clearance) से बोल रही है. आपकी परिचित नवका यहां आई है उनकी क्लियरेंस अटकी हुई है उनके पास 50 हजार 900 भारतीय रुपए कम हैं. जिस पर जोधपुर निवासी व्यक्ति ने यह राशि ट्रांसफर कर दी. कुछ देर बार वापस कॉल आया कि यह राशि मिल गई है हम नवका को बैंक लेकर जा रहे हैं, जहां पर राशि कनवर्ट होगी. वित्त मंत्रालय का एक सर्टिफिकेट लगेगा जिसके बाद पेनल्टी की राशि रिफंड होगी, जिसके लिए आपको अकाउंट नंबर देना है.
साथ ही यह भी कहा कि इस सर्टिफिकेट के लिए 1 लाख 15 हजार रुपए जमा होगी वह भी रिफंड होगी. इस पर जोधपुर निवासी पिता को लगा कि उसके साथ धोखाधड़ी (Online Fraud In Jodhpur) हो रही है तो उसने मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम क्लियरेंस पर कॉल करके पता किया तो उसे यकीन हो गया कि उसके साथ ठगी हो गई है. इसके बाद पीड़ित ने अपने साथ हुई घटना की सायबर पोर्टल पर सूचना दी. लेकिन जब वहां से कुछ नहीं हुआ तो उसने कुड़ी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. जांच अधिकारी उपनिरीक्षक विश्राम मीणा का कहना है मामले का अनुसंधान किया जा रहा है. 50 हजार 900 रुपए की राशि किसी निमा कुमारी छेत्री के नाम उत्कर्ष बैंक में ट्रांसफर होना सामने आया है.