जोधपुर. शहर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग व आईसीएमआर के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पुलिस अधिकारियों और जवानों में लगातार बढ़ते तनाव व अवसाद के मामलों में कमी लाने के लिए किया गया.
साथ ही उन्हें रिलैक्सेशन टेक्निक के माध्यम से किस प्रकार अपने कार्य के साथ-साथ तनाव मुक्त होकर कार्य किया जा सकता है. उस तकनीक के बारे में अवगत कराया गया. वहीं, पुलिस अधिकारियों और जवानों में लगातार बढ़ते तनाव और अवसाद के मामलों के कारण सुसाइड टेंडेंसी का ग्राफ भी बड़ा है.
आमतौर पर देखा गया है कि पुलिस की नौकरी में अधिकारियों और जवानों को लंबी ड्यूटी करनी पड़ती है. साथ ही अवकाश नहीं मिलने से वह लोग परिवार से भी दूर रहते हैं. ऐसे में उनका मानसिक तनाव बढ़ रहा है. ऐसे में इस चुनाव को किस तरह से कम किया जाए. उस बारे में इस कार्यशाला में चर्चा की गई. कार्यशाला में जोधपुर पुलिस आयुक्तालय सहित जोधपुर ग्रामीण पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे.
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उसके अलावा आईसीएमआर के वैज्ञानिक डॉ. विकास, डॉ. पी के आनंद ने कार्यशाला में अधिकारियों को वैज्ञानिक तरीके से किस तरह तनावमुक्त रहा जाए उस बारे में अवगत कराया. इसके अलावा जोधपुर पुलिस आयुक्तालय की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय ने बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से ड्यूटी के समय किस तरह तनाव मुक्त रहना है.
उस बारे में चर्चा की गई और आने वाले समय में जोधपुर पुलिस आयुक्तालय स्थित पुलिस लाइन सभागार में भी पुलिस के जवानों के लिए ऐसे कार्यशाला का आयोजन करवाया जाएगा. जिससे पुलिस के जवान और अधिकारी मनोवैज्ञानिक तरीके से किस तरह तनावमुक्त रहता है, उस बारे में बताया जाएगा.