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जोधपुर दक्षिण नगर निगम ने शुरू की वसूली, इंडियन ऑयल का ऑफिस किया सीज

जोधपुर नगर निगम दक्षिण ने राजस्व वसूली अभियान को तेज कर दिया है. जिसके तहत नगर निगम ने इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड के मंडल कार्यालय विपणन विभाग सेक्टर 12 चौपासनी हाउसिंग बोर्ड स्थित सेल्स ऑफिस बिक्री को सीज किया है.

Jodhpur seals Indian Oil office, Jodhpur Oil Corporation South
जोधपुर दक्षिण नगर निगम ने शुरू की वसूली
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Published : Dec 3, 2020, 3:12 AM IST

जोधपुर. नगर निगम दक्षिण में महापौर के द्वारा हाल ही में राजस्व वसूली अभियान तेज करने के निर्देश पर काम करते हुए संस्थानों में बकाया वसूली शुरू कर दी है. इसके तहत विज्ञापनों के जिन जिन संस्था में बकाया है, उन संस्थानों द्वारा लगातार नोटिस दिए जाने के बावजूद राशि नहीं चुकाने पर बुधवार को सीज करने की कार्रवाई शुरू की गई. जिसके तहत नगर निगम ने इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड के मंडल कार्यालय विपणन विभाग सेक्टर 12 चौपासनी हाउसिंग बोर्ड स्थित सेल्स ऑफिस बिक्री को सीज किया है.

जोधपुर दक्षिण नगर निगम ने शुरू की वसूली

इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड के पेट्रोल पंप पर लगे होल्डिंग्स का विज्ञापन शुल्क एवं जीएसटी करीब 780098 रुपये बकाया है. निगम ने इस संस्था को भी कई बार नोटिस दिए. वहीं अंतिम नोटिस जारी कर 3 दिन के भीतर जमा कराने के लिए कहा गया था. जब कंपनी की ओर से निगम में प्रत्युतर नहीं दिया गया तो बुधवार को यह कार्रवाई की गई.

आयुक्त रोहिताश्व तोमर ने शहरवासियों से अपील की है कि जिनका यूडी टैक्स, विज्ञापन शुल्क, गृह कर बकाया है, वह समय पर जमा करें, ताकि किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े. नगर निगम आयुक्त रोहिताश्व तोमर ने बताया कि रिलायंस रिटेल लिमिटेड कंपनी की ओर से शहर के अलग-अलग स्थानों पर विज्ञापन होर्डिंग्स लगे हुए हैं. इन होल्डिंग्स का पिछले वर्ष का विज्ञापन शुल्क 440536 रुपए बकाया है. नगर निगम ने कई बार संस्थान को नोटिस देकर बकाया जमा कराने के लिए कहा था, लेकिन इसके बावजूद भी उनकी ओर से बकाया जमा नहीं कराया गया.

पढ़ें- भाजपा सांसद और प्रदेश महामंत्री दीया कुमारी हुई कोरोना पॉजिटिव

वहीं निगम ने अंतिम नोटिस जारी कर 3 दिन के भीतर बकाया जमा कराने के लिए कहा था. जब संस्था की ओर से न तो निगम में प्रत्युत्तर पेश किया गया, ना ही बकाया जमा करा गया तो बुधवार को सरस्वती नगर स्थित रिलायंस रिटेल लिमिटेड के मार्केटिंग मैनेजर का कार्यालय सीज किया है. उल्लेखनीय है कि करीब 1 साल बाद नगर निगम में चुने हुए बोर्ड ने काम शुरू किया है. ऐसे में सबसे बड़ी परेशानी आर्थिक हालातों को लेकर है, जिसे सुधारने के लिए निगम ने अब वसूली पर फोकस करना शुरु कर दिया है.

जोधपुर. नगर निगम दक्षिण में महापौर के द्वारा हाल ही में राजस्व वसूली अभियान तेज करने के निर्देश पर काम करते हुए संस्थानों में बकाया वसूली शुरू कर दी है. इसके तहत विज्ञापनों के जिन जिन संस्था में बकाया है, उन संस्थानों द्वारा लगातार नोटिस दिए जाने के बावजूद राशि नहीं चुकाने पर बुधवार को सीज करने की कार्रवाई शुरू की गई. जिसके तहत नगर निगम ने इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड के मंडल कार्यालय विपणन विभाग सेक्टर 12 चौपासनी हाउसिंग बोर्ड स्थित सेल्स ऑफिस बिक्री को सीज किया है.

जोधपुर दक्षिण नगर निगम ने शुरू की वसूली

इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड के पेट्रोल पंप पर लगे होल्डिंग्स का विज्ञापन शुल्क एवं जीएसटी करीब 780098 रुपये बकाया है. निगम ने इस संस्था को भी कई बार नोटिस दिए. वहीं अंतिम नोटिस जारी कर 3 दिन के भीतर जमा कराने के लिए कहा गया था. जब कंपनी की ओर से निगम में प्रत्युतर नहीं दिया गया तो बुधवार को यह कार्रवाई की गई.

आयुक्त रोहिताश्व तोमर ने शहरवासियों से अपील की है कि जिनका यूडी टैक्स, विज्ञापन शुल्क, गृह कर बकाया है, वह समय पर जमा करें, ताकि किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े. नगर निगम आयुक्त रोहिताश्व तोमर ने बताया कि रिलायंस रिटेल लिमिटेड कंपनी की ओर से शहर के अलग-अलग स्थानों पर विज्ञापन होर्डिंग्स लगे हुए हैं. इन होल्डिंग्स का पिछले वर्ष का विज्ञापन शुल्क 440536 रुपए बकाया है. नगर निगम ने कई बार संस्थान को नोटिस देकर बकाया जमा कराने के लिए कहा था, लेकिन इसके बावजूद भी उनकी ओर से बकाया जमा नहीं कराया गया.

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वहीं निगम ने अंतिम नोटिस जारी कर 3 दिन के भीतर बकाया जमा कराने के लिए कहा था. जब संस्था की ओर से न तो निगम में प्रत्युत्तर पेश किया गया, ना ही बकाया जमा करा गया तो बुधवार को सरस्वती नगर स्थित रिलायंस रिटेल लिमिटेड के मार्केटिंग मैनेजर का कार्यालय सीज किया है. उल्लेखनीय है कि करीब 1 साल बाद नगर निगम में चुने हुए बोर्ड ने काम शुरू किया है. ऐसे में सबसे बड़ी परेशानी आर्थिक हालातों को लेकर है, जिसे सुधारने के लिए निगम ने अब वसूली पर फोकस करना शुरु कर दिया है.

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