जोधपुर. युवा अपनी बाइक को अलग दिखाने के चक्कर में साइलेंसर को मॉडिफाइ करते हैं, जो अलग और तेज आवाज निकालता है. पुलिस इसे पब्लिक न्यूसेंस मानती है. इसको रोकने को लेकर जोधपुर पुलिस अभियान चलाकर ऐसे वाहनों को सीज कर रही है. इस अभियान के तहत गुरुवार को रिक्तियां भैरूजी चौराहे पर पुलिस ने एक साथ आठ बाइक सीज की. जिनके चालक मॉडिफाइड साइलेंसर से तेज आवाज निकालते हुए मोटरसाइकिल चला रहे थे. बाइक चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए गए. अभियान के तहत अब तक कुल 30 से 35 बाइक सीज की जा चुकी है. सीज की गई प्रत्येक बाइक की कीमत लगभग डेढ़ से दो लाख रुपए है.
मॉडिफाइ करना अपराध: परिवहन विभाग के नियमानुसार किसी भी वाहन के साइलेंसर (Jodhpur Police Action) या उसके किसी हिस्से को बदलना अपराध की श्रेणी में आता है. इसके लिए पांच से दस हजार रुपए तक का जुर्माना लग सकता है. साथ ही 6 महीने तक के कारावास का भी प्रावधान है. एडीसीपी चैनसिंह महेचा ने लोगों से अपील कर कहा है कि परिवार इस तरह से बाइक चलाने वालों को रोकें, ये पब्लिक न्यूसेंस की श्रेणी में आता है.
बाइक लेने के लिए साइलेंसर बदलने की बाध्यता: यातायात पुलिस की ओर से सीज की गई इस तरह की मॉडीफाइड बाइक्स को वापस लेने के लिए भी वाहन मालिक को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. पहले तो महंगा जुर्माना भरना पड़ता है. इसके अलावा दुबारा ये हरकत नहीं दोहराने के लिए पाबंद किया जाता है. गाड़ी सौंपने से पहले पुलिस वाहन मालिक से उसका साइलेंसर बदलवाती है. उसके बाद ही उसे गाड़ी सुपुर्द की जाती है.