जोधपुर. जिले में सोमवार को खाना बनाते समय गैस लीक होने से पूरा परिवार आग की चपेट (5 member of family burn in Jodhpur) में आ गया. परिवार में दंपती के अलावा दो मासूम झुलस गए और एक बच्ची की मौत हो गई. घटना के बाद परिवार अस्पताल नहीं गया. रिश्तेदारों की मदद से भोपों (झाड़-फूंक करने वाला) के पास पहुंचा और 24 घंटे से ज्यादा उन्हीं से इलाज कराता रहा. करीब 24 घंटे बाद भोपों ने अपने हाथ खड़े कर दिए तो चारों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
दंपती सहित दोनों मासूमों का जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में उपचार जारी है. परिवार के चारों सदस्यों का महात्मा गांधी अस्पताल की बर्न यूनिट में उपचार चल रहा है. चिंता की बात यह है कि घटना के बाद परिजन इन्हें अस्पताल ले आने के बजाय पहले झाड़ फूंक करवाने ले गए. जिसके चलते 24 घंटे बाद अस्पताल में उपचार शुरू हो सका है. अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती इन लोगों की हालत देखकर हादसे की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है.
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मां आग में लिपटने पर चीखी तो बच्चे भी मां से लिपट गए: जानकारी के अनुसार यह घटना लूणी के झंवर थाना क्षेत्र के डोली क्षेत्र की है. सोमवार शाम को बाबूलाल पटेल की पत्नी भंवरी देवी शाम को खाना बना रही थी. इस दौरान पाइप लाइन में लीक के कारण आग (Jodhpur Gas Leakage) पकड़ ली. इससे सिलेंडर से आग का फव्वारा छूट गया. इसकी चपेट में भंवरी देवी आ गई. मां को आग से घिरा देख तीन बच्चे बचाने के लिए दौड़े. छोटी बच्ची भाविका मां से चिपक गई, इससे सभी झुलस गए. बचाने के लिए बाबूलाल भी आया और वह भी झुलस गया. बेटी भाविका शत प्रतिशत झुलस गई थी.
परिजनों ने इलाज से पहले करवाया झाड़ फूंक:आसपास के लोगों ने पानी डालकर आग बुझाई. इसके बाद अस्पताल जाने के बजाय पास के धार्मिक स्थान पर फेरी के लिए गए. तब तक भाविका की मौत हो गई. तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो मंगलवार रात को एमजीएच पहुंचे जिसके बाद बर्न यूनिट में उपचार शुरू किया गया है. घटना के बाद उपखंड अधिकारी गोपाल परिहार ने मौका मुआयना भी किया. परिजनों ने बाबूलाल को आर्थिक् सहायता दिलाने की मांग की है. वर्तमान में एमजीएच में बाबूलाल उसकी पत्नी भंवरीदेवी और दो बच्चे उपचाररत हैं.