जोधपुर. राजस्थान पुलिस के 449 नव आरक्षकों ने जिले के सहायक प्रशिक्षण केंद्र, सीमा सुरक्षा बल परिसर में भारतीय संविधान के प्रति कर्तव्यनिष्ठ होकर देश की एकता और अखंडता को कायम रखने की शपथ ली. समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक, एसओजी और एटीएस अनिल पालीवाल रहे.
इस दौरान कार्यक्रम में पुलिस कमिश्नर प्रफुल्ल कुमार और बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. अनिल पालीवाल ने बताया कि इन नव आरक्षकों को बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दी गई है. यहां पर एक फौजी को ट्रेनिंग दी जाती है. इस कठिन ट्रेनिंग में 449 नव आरक्षकों ने भाग लिया. बीएसएफ में दी गई इस ट्रेनिंग में सभी पुलिस के जवानों को कानून की जानकारी दी गयी है और नवीन हथियारों को चलाना सिखाया गया है.
बता दें बीएसएफ के एसटीसी स्थित चंदन सिंह चंदेल परेड ग्राउंड में राजस्थान पुलिस के कोटा, झालावाड़ और करौली बैच के 449 नव आरक्षकों की दीक्षांत परेड का आयोजन किया गया. इस दौरान एडीजी अनिल पालीवाल ने नवारक्षकों की भव्य परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली. अनिल पालीवाल ने नवारक्षकों को संबोधित करते हुए ईमानदारी और निष्ठा पूर्वक अपने कर्तव्यों का पालन करने का आव्हान किया.
यह भी पढ़ें- जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट में कार्यरत महिला शक्ति टीम को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग...अलग-अलग हिस्सों में करेंगी गश्त
उन्होंने इस अवसर पर विश्वास जताया कि जनता और समाज की पुलिस विभाग से अपेक्षाओं के आधार पर आप सभी खरा उतरेंगे और समाज में व्याप्त अपराध, संगठित अपराध और साइबर अपराध के अलावा सामाजिक कुरीतियों का दॄढता से सामना करेंगे. साथ ही कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने में अपना योगदान देंगे. यह सब अनुशासन, प्रशिक्षण, व्यवसाय कौशल, बहादुरी और समझदारी से ही संभव है.
इस दौरान एडीजी अनिल पालीवल ने सहायक प्रशिक्षण केंद्र की ट्रेनिंग टीम और प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में पदक प्राप्त करने वाले नवारक्षको को बधाई दी और उज्ज्वल भविष्य की कामना की. उन्होंने कहा कि नए जवान नई ऊर्जा का संचार करेंगे. ये राजस्थान पुलिस के जवान भाग्यशाली हैं कि उनकी ट्रेनिंग बीएसएफ में हुई हैं.
यह भी पढ़ें- जोधपुर: विजयादशमी पर निकलने वाली राम रथ सवारी की तैयारियां शुरू
उन्होंने कहा कि जवानों के सामने आर्थिक अपराध और अपराधियों की ओर से हथियोरों की अधिकता से प्रयोग करना बडी चुनोती हैं. शहीद ताराचंद को याद करते हुए उन्होंने शस्त्र का महत्व बताया और कहा कि कम्प्यूटर से किए जाने वाले अपराधों के साथ-साथ इकनॉमिक्स ऑफेंस की भी चुनौती है, लेकिन खुद को फिट रखना बेहद जरूरी है.