जोधपुर. जिले के लोहावट थाना इलाके के सामराऊ गांव में रंजिश में जानलेवा हमले में घायल युवक की बुधवार को इलाज के दौरान एमजीएच अस्पताल में मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही, आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाया और मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई व आरोपियों के गिरफ्तार करने की मांग की. वहीं मांग पूरी नहीं होने पर मृतक का अंतिम संस्कार नहीं करने की चेतावनी दी.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि 28 मार्च की रात्रि में गांव के ही डूंगर राम मेघवाल ने रमेश उर्फ दुर्जेन सिंह जाट को फोन कर बुलाया. इसके बाद पुनाराम जाट और डूंगर राम ने रमेश पर लाठियों से जानलेवा हमला कर दिया. हमले में रमेश गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसकी सूचना परिजनों ने सामराऊ पुलिस चौकी में दी.
सूचना के बाद पुलिस के 2 जवान भी मौके पर पहुंचे, लेकिन शराब के नशे में दोनों ही पुलिसकर्मियों ने इस घटना को सामान्य बताया. साथ ही कहा कि इस संबंध में थाने में कल शिकायत दर्ज करवा देना. इसके बाद मौके से चले गए, जबकि रमेश गंभीर रूप से घायल था, लेकिन पुलिस वालों ने उसे अस्पताल पहुंचाना भी उचित नहीं समझा. इसके बाद परिजन उसे दूसरे दिन लोहावट अस्पताल में लेकर गए. जहां से उसे जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल रैफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान बुधवार को रमेश की मौत हो गई.
परिजनों का आरोप है कि सामराऊ पुलिस चौकी सामराऊ प्रकरण के बाद लगाई गई थी, लेकिन यहां तैनात पुलिसकर्मी अपराधियों के साथ खुलेआम आए दिन शराब की पार्टियां करते हैं. रमेश पर हुए हमले के दौरान भी आरोपियों के साथ पुलिसकर्मियों ने शराब की पार्टी की थी. शराब के नशे में ही पुलिसकर्मी घटना के वक्त मौके पर पहुंचे थे.
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परिजनों का आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत के कारण ही आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है. ऐसे में आरोपियों को तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार किया जाए. इस मामले में यदि दोषी सामराऊ चौकी के पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है और आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तब तक मृतक रमेश का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. फिलहाल, पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर मृतक के पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू की.