जोधपुर. भाजपा नेता एवं राज्यसभा सांसद ओम माथुर ने कहा है कि गुटबाजी सभी पार्टियों में होती है. भाजपा में भी होती है और इसे मैं स्वीकार करता हूं. क्योंकि सभी महत्वाकांक्षी होते हैं. हर व्यक्ति को इच्छा रखने का अधिकार भी है. राजनीतिक महत्वाकांक्षा होती हैं लेकिन भाजपा में हमारे वरिष्ठ नेता और संसदीय बोर्ड का निर्णय ही सर्वोपरि होता है. उस फैसले के बाद कुछ नहीं होता है. शनिवार को जोधपुर के सर्किट हाउस में उन्होंने मीडिया से बात करने के दौरान कहीं.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगले चुनाव में भाजपा में मुख्यमंत्री के दावेदारों और गुटबाजी को लेकर अपनी राय रखी. माथुर ने कहा कि व्यापारी हर वर्ष अपना व्यापार बढ़ाना चाहता है. यह उसकी महत्वकांक्षा होती है. वैसे ही राजनीति में भी व्यक्ति की महतवाकांक्षा होती है. सीएम पद को लेकर उन्होंने कहा कि मैं इन बातों से आगे निकल गया हूं. मैं पार्टी का कार्यकर्ता ही बना रहना चाहता हूं.
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माथुर ने कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरी पार्टी हमेशा आगे बढे़. हमारे प्रधानमंत्री देश के लिए कितनी मेहनत कर रहे हैं, लोगों का जीवन बदलने के लिए वह कटिबद्ध हैं जिसके चलते वे अगले 25 साल की योजना आज ही बनाकर लागू कर रहे हैं. राज्यसभा सांसद ने चुटकी लेते हुए कहा कि राजस्थान में भाजपा की आने वाली सरकार के मुख्यमंत्री के नाम बहुत हैं इसका मतलब यह तय है कि कांग्रेस की विदाई होगी और हमारी सरकार बनेगी. पेट्रोल-डीजल के भावों पर उन्होंने कहा कि यह इंटरनेशनल वेल्यू पर निर्भर करता है.
गहलोत कभी नहीं कहते क्या काम है?
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से केंद्र सरकार और भाजपा सांसदा व केंद्रीय मंत्रियों पर प्रदेश की अनदेखी के आरोप के सवाल पर माथुर ने कहा कि उनका सिर्फ एक ही काम है प्रतिदिन सुबह उठकर केंद्र सरकार के खिलाफ एक ट्वीट करना. उन्होंने कभी किसी एमपी को राज्य के कार्यों के लिए फोन नहीं किया. मैं खुद प्रत्यक्ष उदाहरण हूं. साल में एक बार चिट्ठी लिखते हैं. उनका कोई काम होता है तो मुझे फोन करते हैं, लेकिन राज्य के काम को लेकर कभी फोन नहीं किया. माथुर ने शनिवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के आवास पर जाकर उनकी मां के निधन पर संवदेना व्यक्त की.