जोधपुर. आयुर्वेद भारत की पुरातन उपचार की पद्धति रही है. वर्तमान कोरोना संकट में जब इसके उपचार की कोई पुख्ता दवा नहीं है तो आयुर्वेद औषधियों का रोक प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने एवं बढ़ाने के लिए चलन तेजी से बढ़ा है. सरकार भी लोगों को काढा पिला रही है. इसमें सबसे प्रमुख भूमिका गिलोय की है, जो एक बेल के रूप में प्राप्त होती है.
गिलोय की बेल को घर-घर पहुंचाने के लिए जोधपुर जिला प्रशासन, आयुर्वेद, वन विभाग और नगर निगम की संयुक्त भागीदारी में हर घर गिलोय अभियान मंगलवार को जोधपुर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने शुरू किया. जिला कलेक्टर परिसर में गिलोय की कलम का रोपण किया गया. इसके अलावा वितरण भी किया गया.
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जून के शुरुआती दो हफ्ते तक गिलोय का रोपण लाभकारी होता है. इसके लिए अत्याधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती है. कोई भी व्यक्ति यह कलम प्राप्त करने के लिए जोधपुर जिला प्रशासन की अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकता है. नगर निगम की सहायता से घर पर ही गिलोय की कलम भेजी जाएगी.
आयुर्वेद विभाग की डॉ. प्रेमलता श्रीमाली का कहना है कि यह बहुत गुणकारी औषधि है. इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इसका उपयोग भी आसान है. उल्लेखनीय है कि राज्य में जयपुर के बाद सर्वाधिक कोरोना के मामले जोधपुर में आए हैं और यहां संख्या लगातार बढ़ रही है. अब लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद संक्रमण तेजी से फैलने का भी खतरा बना हुआ है. ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना आवश्यक है.
यह है गिलोय के फायदे
- आयुर्वेद में गिलोय को अमृत के समान गुणकारी होने से अमृता कहा गया है.
- गिलोय प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्रसिद्ध है.
- यह संक्रामक रोगों के अलावा बुखार, दर्द, मधुमेह, एसिडिटी, सर्दी-जुकाम, खून की कमी पूरी करने, कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करता है.
- यह रक्त शुद्ध करने, शारीरिक और मानसिक कमजोरी आदि में उपयोगी है.
- गिलोय की कलम लगाने के लिए जून 15 तक का समय आदर्श है.
करना क्या है?
- 15 जून से पूर्व हर उपयुक्त स्थान पर गिलोय की कलम लगा कर इसकी पौध विकसित होने तक देखभाल करनी है.
- जहां संभव हो, गिलोय को नीम के पेड़ पर चढाएं, ऐसी गिलोय के औषधीय गुण अधिक होते हैं.
- http://covid19jodhpur.org/giloy/ पोर्टल पर अपना नाम, पूरा डाक पता और मोबाइल नंबर साझा करें.
- जिला प्रशासन आपको आवेदन करने के बाद 5 दिनों के भीतर आपके घर पर गिलोय की कलम उपलब्ध कराएगा. यह पोर्टल 10 जून तक जारी रहेगा.