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Genome Sequencing Test in Jodhpur: जोधपुर में भी होगी जीनोम सिक्वेंसिंग, डॉक्टरों की ट्रेनिंग शुरू

राजस्थान में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या और नए वेरिएंट ओमीक्रोन को देखते हुए राज्य सरकार ने जोधपुर के डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा (Genome Sequencing Test in Jodhpur) शुरू करने का निर्णय लिया है. इसको लेकर मेडिकल कॉलेज के चार डॉक्टरों को एसएमएस मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षण के लिए भेज दिया गया है.

Genome sequencing will start at SN Medical College Jodhpur
जोधपुर में भी होगी जीनोम सिक्वेंसिंग
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Published : Dec 8, 2021, 6:34 PM IST

Updated : Dec 8, 2021, 7:34 PM IST

जोधपुर. कोरोना वायरस (corona virus in rajasthan) के लगातार बदलते रूप की पहचान के लिए जरूरी जीनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट (Genome Sequencing Test in Jodhpur) जल्द ही जोधपुर के डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में शुरू होगा.

एसएमएस मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की ट्रेनिंग शुरू

जयपुर में कोरोना के नए वेरियंट ओमीक्रोन (Corona new variant Omicron in jaipur) की पुष्टि होने के बाद सरकार ने जोधपुर में भी वायरस की पहचान के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने का निर्णय लिया है. इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने त्वरित आवश्यकता के आधार पर अत्याधुनिक मशीन के लिए टेंडर कर दिया है. टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने पर तुरंत मशीन उपलब्धता और उपयोग को ध्यान में रखते हुए कॉलेज के 4 डॉक्टरों को एसएमएस मेडिकल कॉलेज (SMS Medical College) में प्रशिक्षण के लिए भेज दिया है.

जोधपुर में भी होगी जीनोम सिक्वेंसिंग

पढ़ें.Corona Spike In Jaipur: राजधानी में कोरोना के बढ़े मामले, अब महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में भी होगी जिनोम सीक्वेंसिंग

डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसएस राठौड ने बताया कि मशीन पर करीब साढे तीन करोड़ रुपए खर्च होंगे. इसको लेकर स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है. कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह सुविधा जल्द शुरू हो इसे लेकर प्रयास किए जा रहे हैं. वर्तमान में यह सुविधा सिर्फ जयपुर में है. पूरे राज्य से सैंपल एसएमएस कॉलेज जा रहे हैं.

ऐसे में जोधपुर में यह सुविधा शुरू होने से पश्चिमी राजस्थान सहित अन्य जिलों के लिए जांच आसान होगी. विदेश से आने वाले यात्रियों के कोरोना ग्रसित होने का कारण ओमीक्रोन वायरस बताया जा रहा है. जोधपुर में प्रतिदिन विदेश से स्थानीय लोग आ रहे हैं. अब तक 125 से ज्यादा यात्रियों को आइसोलेट किया जा चुका है. जिनकी अब कोरोना जांच होगी. अगर कोई मामला पॉजिटिव आता है तो उस सेंपल की जीनोम सिक्वेसिंग करवाई जाएगी.

गौरतलब है कि जोधपुर में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप सर्वाधिक था. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई थी. ऐसे में इस बात की आशंका बनी हुई है कि अगर तीसरी लहर या मामलों में बढोतरी हुई तो यहां भी नया वेरिएंट सामने आ सकता है. ऐसे में जीनोम सिक्वेसिंग की सुविधा जरूरी है.

जोधपुर. कोरोना वायरस (corona virus in rajasthan) के लगातार बदलते रूप की पहचान के लिए जरूरी जीनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट (Genome Sequencing Test in Jodhpur) जल्द ही जोधपुर के डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में शुरू होगा.

एसएमएस मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की ट्रेनिंग शुरू

जयपुर में कोरोना के नए वेरियंट ओमीक्रोन (Corona new variant Omicron in jaipur) की पुष्टि होने के बाद सरकार ने जोधपुर में भी वायरस की पहचान के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने का निर्णय लिया है. इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने त्वरित आवश्यकता के आधार पर अत्याधुनिक मशीन के लिए टेंडर कर दिया है. टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने पर तुरंत मशीन उपलब्धता और उपयोग को ध्यान में रखते हुए कॉलेज के 4 डॉक्टरों को एसएमएस मेडिकल कॉलेज (SMS Medical College) में प्रशिक्षण के लिए भेज दिया है.

जोधपुर में भी होगी जीनोम सिक्वेंसिंग

पढ़ें.Corona Spike In Jaipur: राजधानी में कोरोना के बढ़े मामले, अब महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में भी होगी जिनोम सीक्वेंसिंग

डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसएस राठौड ने बताया कि मशीन पर करीब साढे तीन करोड़ रुपए खर्च होंगे. इसको लेकर स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है. कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह सुविधा जल्द शुरू हो इसे लेकर प्रयास किए जा रहे हैं. वर्तमान में यह सुविधा सिर्फ जयपुर में है. पूरे राज्य से सैंपल एसएमएस कॉलेज जा रहे हैं.

ऐसे में जोधपुर में यह सुविधा शुरू होने से पश्चिमी राजस्थान सहित अन्य जिलों के लिए जांच आसान होगी. विदेश से आने वाले यात्रियों के कोरोना ग्रसित होने का कारण ओमीक्रोन वायरस बताया जा रहा है. जोधपुर में प्रतिदिन विदेश से स्थानीय लोग आ रहे हैं. अब तक 125 से ज्यादा यात्रियों को आइसोलेट किया जा चुका है. जिनकी अब कोरोना जांच होगी. अगर कोई मामला पॉजिटिव आता है तो उस सेंपल की जीनोम सिक्वेसिंग करवाई जाएगी.

गौरतलब है कि जोधपुर में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप सर्वाधिक था. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई थी. ऐसे में इस बात की आशंका बनी हुई है कि अगर तीसरी लहर या मामलों में बढोतरी हुई तो यहां भी नया वेरिएंट सामने आ सकता है. ऐसे में जीनोम सिक्वेसिंग की सुविधा जरूरी है.

Last Updated : Dec 8, 2021, 7:34 PM IST
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