जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दो दिन से जोधपुर के दौरे पर हैं. वे लगातार कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं. सरकार की (CM Gehlot in Jodhpur) योजनाओं के बारे में बता रहे हैं. लेकिन मंगलवार को शहर के विकास कार्यों का शिलान्यास समारोह में उन्होंने विकास कार्यों और पट्टा वितरण के मामले में नाराजगी जताई. उन्होंने यहां तक कह दिया कि जिस अधिकारी को यहां रहना है उन्हे सड़के ठीक करनी होगी.
अधिकारियों को कम से कम यह सोचना चाहिए की वे मुख्यमंत्री के गृह जिले में काम कर रहे हैं. उमेद स्टेडियम में आयोजित शहरी विकास कार्य के शिलान्यास समारोह में उन्होंने प्रभारी मंत्री डा सुभाष गर्ग से कहा कि ऐसे अधिकारियों की पहचान करें. उनकी क्लास लें. गहलोत यहीं नहीं रुके, उन्होंने सरकार के पट्टा देने के अभियान में हो (Gehlot Government lease campaigns) रही देरी पर भी नाराजगी जताई.
उन्होंने कहा की कर्मचारी पट्टा देने में आनाकानी कर रहे हैं. हमने नियम बदल दिए. जोधपुर में काम कर रहे कर्मचारियों (CM Gehlot on Govt Employees) को तो सोचना चाहिए उनके ट्रांसफर नहीं हो रहे हैं. वो यहीं के रहने वाले हैं. उनको तो आगे बढ़ कर गरीबों के लिए काम करना चाहिए. पट्टा देने में आनाकानी करने से मुझे अफसोस हो रहा है, अच्छी तनख्वाह मिलती है. रही सही कसर मैने पूरी कर दी पुरानी पेंशन बहाल कर दी. हम कर्मचारियों की चिंता करते है तो उनको भी सोचना चाहिए और अच्छी गवर्नेंस देनी चाहिए. क्योंकि जनता का सीधा कर्मचारियों से पाला पड़ता है. 10 में से 5 का काम करना ही काम नही है. सचिवालय में रात नौ बजे तक काम होता है. उन्होंने कहा कि सेवा करने का मौका मिला है, इसका उपयोग करें. गहलोत ने कहा कि हम चाहते हैं कि 10 लाख पट्टे देने का काम तेजी से पूरा हो.
याद आई सड़कें बोले ठीक करने के लिए स्पेशल ग्रांट देंगेः मानसून की अच्छी बारिश होने से जोधपुर जिले में सड़कें लगभग गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं. गांव से भी ज्यादा शहर की हालत बुरी है. संभाग मुख्यालय जोधपुर शहर की एक भी सड़क दुरुस्त नहीं है. इन हिचकोलो से मुख्यमंत्री को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने सोमवार को शहर से सटे पाल गांव ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर का सहारा ले लिया. जिसके चलते मुख्यमंत्री की यह संक्षिप्त हेलीकॉप्टर यात्रा सोशल मीडिया पर छा गई. लोगों ने जमकर निशाना साधा और कहा कि हम गड्ढों में हिचकोले खाते रहे और आप हवा में निकल गए.
सोमवार को प्रशासन ने सीएम के कार्यक्रम के अनुरूप उन मार्गों की सड़कों के गड्ढे भरने का काम किया. लेकिन मंगलवार को जब वन महोत्सव में गहलोत को शहर की सड़कों के गड्ढे याद आ गए तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि मुझे पता है सड़के टूटी हुई हैं. बारिश हो रही इसलिए अभी ठीक नहीं कर पा रहे है. आप लोग चिंता नहीं करें स्पेशल ग्रांट देकर ठीक करवाएंगे. उन्होंने कहा कि आपको पता है कि डामर की सड़क और पानी के बीच बैर होता है. इस लिए टूट जाती है. गहलोत ने महापौर कुंती देवड़ा की और इशारा कर कहा की यहां मेयर भी बैठी है. यह कहती है साधन नहीं है, चिंता मत कीजिए सब ठीक करवाएंगे.