जोधपुर. कल यानि शनिवार को गणेश चतुर्थी होने से घर-घर में भगवान गणेश की स्थापना होगी. कोरोना के चलते इस बार ऐसा माना जा रहा है कि हर घर में ही गणेश महोत्सव मनेगा. घर में ही लोग प्रतिमा का विसर्जन करेंगे. इसके लिए इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाओं की डिमांड बनी हुई है.
बता दें कि इन प्रतिमाओं का निर्माण मिट्टी और पीओपी को मिलाकर किया जाता है, जिसे आसानी से घर में ही बाल्टी में विसर्जित किया जा सकता है. साथ ही उस मिट्टी को गमलों में डालकर वापस पौधरोपण भी किया जा सकता है. श्रद्धालु भी कहते हैं कि इस बार कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग रखनी है. ऐसे में घर पर ही महोत्सव मनाया जाएगा और घर पर ही भगवान की मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा.
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जोधपुर में मिट्टी की मूर्ति बनाने वाले कारीगर जोधाराम का कहना है कि बड़ी मूर्तियां इस बार नहीं बिक रही हैं. इको फ्रेंडली छोटी मूर्तियों का निर्माण किया गया है, जिसकी डिमांड बनी हुई है. लेकिन गत वर्ष की अपेक्षा मांग में कमी भी है.
उल्लेखनीय है कि गणेश चतुर्थी से भगवान गणेश की प्रतिमाओं का घर में स्थापना की जाती है, जिसके बाद कुछ लोग तीन दिन तक प्रतिमा रखते हैं और कुछ अनंत चतुर्दशी तक भगवान गणेश की प्रतिमा को रखते हैं. उसके बाद इनका विसर्जन किया जाता है. लेकिन इस बार कोरोना के चलते मेले और रैली पर प्रतिबंध है. ऐसे में जुलूस के रूप में निकलने वाली विसर्जन की सभा इस बार नहीं निकल पाएगी.