जोधपुर. राजस्थान में पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों से आ रहे दूषित जल को लेकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री (Union Minister of Water Power) गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने अधिकारियों को सारी जानकारियां एकत्र कर आगे की कार्रवाई करने के दिशा-निर्देश दिए.
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शेखावत ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सीपीसीबी (Central Pollution Control Board) की टीम पंजाब जाकर यथास्थिति का ब्योरा दर्ज कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी और भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड बीबीएमबी (Bhakra Beas Management Board) अपशिष्ट जल का प्रबंधन करने की योजना बनाएगा.
गुरुवार को जल शक्ति मंत्रालय में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का दिल्ली में राजस्थान के भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां(BJP President Satish Poonia), केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और सांसद निहालचंद से इस विषय पर गहन विचार-विमर्श हुआ. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि यह आम शिकायत है कि पंजाब से दूषित जल नहरों के माध्यम से राजस्थान पहुंच रहा है, जो जन-धन दोनों के लिए हानिप्रद है. निश्चित ही यह गंभीर परेशानी है. शेखावत ने कहा कि उद्देश्य समस्या का स्थायी और जनहितकारी निदान है.
पिछले दिनों इस विषय को लेकर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और राज्य सभा सांसद राजेन्द्र गहलोत ने जोधपुर आने वाले नहर के पानी के वितरण केंद्र मदासर का दौरा कर राज्य सरकार से पानी की जांच की मांग को लेकर पंजाब से इंदिरा गांधी नहर परियोजना में आ रहे दूषित जहरीले पानी से राजस्थान के 10 जिले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर नागौर, चूरू, झुंझुनू और सीकर प्रभावित हो रहे हैं. हरिके बैराज से काला दूषित जहरीला पानी छोड़े जाने से राजस्थान की इंदिरा गांधी नहर परियोजना(Indira Gandhi Canal Project) , गंगनहर और भाखड़ा-नांगल सिंचाई तंत्र में जहर फैलता जा रहा है.