जोधपुर. मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती बाड़मेर जिले के आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम ने शुक्रवार रात 8 बजे से भूख हड़ताल (RTI activist hunger strike) शुरू कर दी थी. जिसके 36 घण्टे के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई. इधर एमडीएम अस्पताल में ऑपरेशन के बाद भूख हड़ताल करने से अमराराम की बिगड़ती हालत को देखते हुए उसके पिता ने (Father breaks hunger strike of RTI activist Amararam) रविवार को भूख हड़ताल तुड़वा दी. अमराराम ने भी पिता और अन्य परिजनों की बात मानते हुए भूख हड़ताल तोड़ दी.
अभी तक जिनको पकड़ा वो किराए के आदमी : RTI कार्यकर्ता अमराराम का कहना है कि मुख्य साजिशकर्ता पूर्व सरपंच नगराज को 10 दिन बाद भी पुलिस गिरफ्तार (Barmer RTI activist attack Case) नहीं कर पाई है. जिसकी वजह से लोगों में डर है. जब तक वह नहीं पकड़ा जाएगा तो इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होगी. अमराराम का कहना है कि 8 आदमियों ने पूर्व सरपंच के इशारे पर हमला किया था. अभी तक जिनको पकड़ा है, वो किराए के आदमी है. नगराज की पुलिस से मिलीभगत है. अमराराम ने शुक्रवार को मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी नहीं होने (RTI activist attack Case investigation) को लेकर भूख हड़ताल पर जाने की सूचना बाड़मेर प्रशासन को भी भिजवा दी थी.
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21 तारीख को हुआ था हमला
बता दें कि 21 दिसंबर को बाड़मेर में RTI कार्यकर्ता पर प्राणघातक हमला हुआ था, जिसमें कि उसके हाथ और पांव तोड़ दिए गए थे. इसके बाद उसे गंभीर अवस्था में मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उसका इलाज जारी है.
सरकार ने जांच सीआईडी सीबी को सौंपी
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए जांच सीआईडी सीबी (CID CB investigation in Barmer RTI activist attack Case) को सौंप दी थी. जिसके बाद आईपीएस रैंक के अधिकारी गौरव यादव ने जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल पहुंचकर अमराराम और उसके परिजनों से मुलाकात की थी. साथ ही निष्पक्ष जांच का आश्वासन भी दिया था.