जोधपुर. हिंदू धर्म के मुताबिक मृत व्यक्ति की अस्थियां गंगा में प्रवाहित करने के बाद उसकी आत्मा को मुक्ति प्राप्त होती है. इस मान्यता के मद्देनजर राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान हरिद्वार के लिए मोक्ष कलश स्पेशल बस सेवा शुरू की है.
जोधपुर से शुक्रवार को 4 बसों में करीब 120 यात्री अपने परिजनों की अस्थियां लेकर हरिद्वार के लिए रवाना हुए. इन सभी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धन्यवाद देते हुए कहा कि 2 माह से हम अपने परिजनों की अस्थियां सहेज कर रखे हुए थे. इस बात का इंतजार कर रहे थे कि कब स्थिति सामान्य हो और हम इन अस्थियों को गंगा में प्रवाहित कर सकें. परिजनों की अस्थियां लेकर हरिद्वार जा रहे लोगों ने कहा कि लगातार लॉकडाउन के चलते ये संभव नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब सरकार ने ये पहल की है, जो बहुत प्रशंसनीय हैं.
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बता दें कि जोधपुर रोडवेज डिपो की ओर से इन बसों का संचालन किया गया है. आने वाले दिनों में और भी बसें चलेंगी. ये पूरी तरह से निःशुल्क यात्रा है. बसों में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए 20 सीटें खाली छोड़ी गई हैं.
अगर किसी व्यक्ति को अपने परिजन की अस्थियां प्रवाहित करनी हैं तो वो मोक्ष कलश स्पेशल पंजीयन के नाम से एक लिंक राजस्थान रोडवेज की वेबसाइट पर है, उस पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकता है. रजिस्ट्रेशन के बाद प्रिंट आउट या मोबाइल स्क्रीन शॉट अपने साथ रखें. पंजीयन के समय आधार कार्ड, जन मृत्यु प्रमाण और अस्पताल से मिलने वाले अन्य कागजात भी साथ रखें. पंजीयन के बाद यात्रा की तारीख की सूचना रोडवेज द्वारा पंजीकृत व्यक्ति को फोन पर दी जाएगी.