जोधपुर. जिले में आपस में प्रेम करने वाले युगल के लिव इन रिलेशनशिप में रहने पर समाज ने कुपित होकर खाप पंचायत बुलाकर पूरे परिवार को ही समाज से बहिष्कृत कर दिया. इतना ही नहीं परिवार पर सात लाख का आर्थिक दंड भी लगाया. साथ ही जो लोग परिवार से मिलने गए उनको भी समाज से बहिष्कृत करने का मामला सामने आया है.
सात लाख का दंड सहित समाज से बहिष्कृत
दरअसल, जोधपुर के आसोप कस्बे के मेघवालों के बास निवासी ने आसोप थाने में समाज के पंचों के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया है. पुलिस के अनुसार परिवादी का पुत्र एक युवती के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहते थे. दोनों ने पुलिस थाने में आकर बयान दिए हैं और न्यायालय ने भी बालिग होने से उन्हें साथ रहने के लिए स्वतंत्र किया है. इसके बावजूद समाज के कुछ लोग नाराज हो गए और 17 अगस्त को आसोप कस्बे के मेघवालों के बास में हरचंदपीर बाबा के स्थान के पास एक खाप पंचायत का आयोजन किया गया. जिसमें उनके परिवार पर सात लाख का दंड लगाते हुए समाज से बहिष्कृत कर दिया गया. साथ ही पंचायत ने सुनाते हुए कहा कि ओमारा व उसके परिवार से कोई संबंध रखेगा तो उसे भी बहिष्कृत किया जाएगा.
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न्यायालय या पुलिस का फैसला मंजूर नहीं
पंचायत ने यह फैसला लिया कि समाज की पंचायत से आगे कोई नहीं हो सकता. न्यायालय या पुलिस का फैसला हमें मंजूर नहीं है. परिवादी को भी धमकाया गया कि अगर उसने शिकायत की तो उसे चौराहे पर काट कर फेंक दिया जाएगा और उनके पक्ष में गवाही देने वालों का भी यही हश्र किया जाएगा. ओमाराम ने पुलिस केा बताया कि इस प्रकरण के बाद भोपालगढ निवासी मंछाराम व अमीनराम मिलने आए थे. और पंचायत को इसका पता लगने के बाद 1 अक्टूबर को उसी जगह पर फिर पंचायत हुई और दोनों को भी समाज से बहिष्कृत कर दिया गया.