जोधपुर. देश में गणेश चतुर्थी की धूम है. जोधपुर में भी जगह-जगह विघ्नहर्ता के पांडाल लगाए गए हैं, लेकिन इनमें से एक पांडाल जिले के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड पर लगा है जो विशेष है. इस पांडाल की खासियत यह है कि यहां गणेश प्रतिमा और गणेश की सवारी मूषक जनता को यातायात के नियमों की पालना का संदेश दे रहे हैं.
बता दें कि दोनों प्रतिमाओं को एक जीप में रखा गया है और मूषक को सीट बेल्ट के साथ वाहन चालक की जगह बिठाया गया है. इससे बड़ी बात यह है कि यह प्रतिमाएं पूरी तरह मिट्टी की बनी हैं और इनके ऊपर प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया गया है. जिससे पर्यावरण की रक्षा की जा सके.
आयोजकों का कहना है कि इन मूर्तियों का विसर्जन किसी तालाब में नहीं किया जाएगा. पांडाल परिसर में ही एक बड़े टब में पानी एकत्र कर इसे विसर्जित कर दिया जाएगा. विसर्जन के बाद जो मिट्टी बचेगी वह मोहल्ले के घरों को वितरित की जाएगी. जिसका उपयोग गमलों में पौधरोपण के लिए किया जा सकेगा.
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जोधपुर नगर निगम के महापौर घनश्याम ओझा ने भी इस पांडाल की सराहना करते हुए इसे एक नवीनतम उदाहरण बताया. आयोजक ललित शर्मा का कहना है कि कई वर्षों तक हमने विसर्जन के बाद तालाबों में गणेश प्रतिमाओं की दुर्दशा देखी थी. जिसके बाद यह निर्णय लिया गया कि इको फ्रेंडली गणेश की स्थापना की जाए. समाजसेवी निर्मल गहलोत ने भी इस अनूठी पहल की सराहना की.