जोधपुर. नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल शनिवार को पांच सितारा होटल से जोधपुर शहर के दौरे पर निकले लेकिन कोरोना का भय और उसे लेकर सतर्कता उनमें साफ दिखाई दी. धारीवाल ने पूरे दौरे के दौरान आमजन से दूरी बनाई रखी. यहां तक कि कांग्रेस के नेताओं को भी दूर रहने को कहा. निगम के पार्षदों ने समस्याओं को लेकर ज्ञापन देना चाहा तो वह भी वर्चुअली देने के लिए कहा. घंटाघर से नीचे उतरने के दौरान पार्षद राजेश कच्छवाह ज्ञापन देने आए तो उन्होंने लेने से इनकार कर दिया. लेकिन पार्षद ने कार तक पीछा नहीं छोड़ा.
इस दौरान पुलिस वाले भी लोगों को रोकते नजर आए. इसी तरह से घंटाघर क्षेत्र से हटाए गए ठेला चालकों ने भी अपनी बात कहनी चाही तो धारीवाल अनसुना कर आगे बढ़ गए. पुलिस ने सभी लोगों को पीछे कर दिया. धारीवाल के निकलने के साथ ही ठेला चालकों का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.
सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल हमीद ने कहा कि मंत्री जी कोरेना की बात कर रहे हैंं तो क्या नगर निगम चुनाव में कोरोना घर चला गया था. आज आमजन से मंत्री मिल भी नहीं रहे हैं. यहां लोग बेरोजगार हो गए हैं, उनकी सुनवाई तक नहीं की जा रही है. वहीं धारीवाल पूरे समय डबल मॉस्क लगाए घूमते रहे.
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शहर के विभिन्न चोराहों पर सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए अधिकारियों के प्रेजेंटेशन देखे और उनसे बात की. इसके अलावा बार-बार मॉस्क पर भी हाथ लगाते रहे. जिससे साफ नजर आ रहा था कि वे कोरोना से बचाव को लेकर काफी सतर्क थे. चर्चा इस बात की भी कि रही शायद धारीवाल कोरोना के चलते ही सर्किट हाउस में न रुककर, पांच सितारा होटल में ठहरे हैं.