जोधपुर. भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण को जोधपुर पुलिस ने आधी रात के बाद गुपचुप तरीके से मालाणी एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना कर दिया. इससे पहले करीब 7 घंटे तक एयरपोर्ट थाने में रखा गया था. जहां कई दौर की वार्ता हुई. वहीं, पुलिस ने चंद्रशेखर के समर्थकों को भी बुलाया. अंत में यह निर्णय हुआ कि पुलिस के साथ चंद्रशेखर के समर्थक जालोर के सुराणा गांव जाएंगे और पीड़ित परिवार की चंद्रशेखर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत करवाएंगे.
इसके बाद चंद्रशेखर को एयरपोर्ट थाने से पुलिस लाइन के गेस्ट हाउस ले जाया गया. पुलिस ने ही चंद्रशेखर के लिए मालाणी एक्सप्रेस में दिल्ली की टिकट बनाई और उसके बाद पुलिस सुरक्षा में रात को रवाना किया गया. चंद्रशेखर की पीड़ित परिवार से आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होगी.
बता दें, जालोर के सुराणा गांव पहुंचने के लिए भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण 19 घंटे बाद गुरुवार दोपहर फिर जोधपुर एयरपोर्ट पर उतरे थे. बाहर निकलते ही जोधपुर पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उसके बाद एयरपोर्ट थाने ले (Chandrashekhar Azad detained at Jodhpur airport) गई.
इससे पहले एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि जालोर मामले को लेकर सरकार के प्रयासों से मैं संतुष्ट नहीं (Bhim army chief on Jalore case) हूं. मैंने यहां के स्थानीय प्रशासन से कहा है कि मैं 5 आदमी के साथ भी वहां जाने को तैयार हूं. लेकिन मुझे जाने नहीं दिया जा रहा है. जबकि मेरे अलावा सभी लोगों को वहां जाने की अनुमति दी जा रही है. इन सबको पता है कि अगर मैं वहां जाऊंगा तो वहां की हकीकत दिल्ली में बता दूंगा. इसलिए मुझे नहीं जाने दिया जा रहा है. लेकिन फिर भी मुझे उम्मीद है कि मुझे देर से सही जाने दिया जाएगा.
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पुलिस सूत्रों का कहना है अगर चंद्रशेखर नहीं माने, तो उन्हें गिरफ्तार करना पड़ेगा. इधर, चंद्रशेखर को पुलिस के रोकने के विरोध में भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन (Bhim army protest in Jodhpur) किया. चंद्रशेखर ने कहा कि मैं जिस समाज में पैदा हुआ हूं, उसके लोगों को मरने के लिए नहीं छोड़ सकता. जयपुर में दलित शिक्षिका को जलाने के मामले पर उन्होंने कहा कि यह कानून व्यवस्था की विफलता है. मुझे रोकेंगे तो वापस आऊंगा. पाली में जितेंद्र मेघवाल की हत्या के मामले में भी सरकार ने कार्रवाई की थी, उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं.