जोधपुर. कोरोना का टीका दर्द रहित और पूरी तरह से सुरक्षित है, इसको लेकर किसी तरह की कोई भ्रामक बातों में नहीं आना चाहिए. आमजन इसको लेकर परेशान नहीं हों, इसलिए ही शुरुआत स्वास्थ्य कर्मियों से टीकाकरण की की जा रही है. यह कहना है जोधपुर के डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में शनिवार को शुरू हुए कोरोना टीका करण में सबसे पहले टीका लगवाने वाले संस्थान प्रमुखों का.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा शुभारंभ करने के बाद यहां करीब 12 बजे टीकाकरण की शुरुआत मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर एवं प्राचार्य डॉ. जीएल मीणा को टीका लगाकर की गई और उनके बाद एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एमके असरी को टीका लगाया गया. इसके बाद सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा को टीका लगाया गया.
उन्होंने बताया कि टीकाकरण को लेकर किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है, यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है. करीब 20 से 25 मिनट के ऑब्जर्वेशन के बाद डॉक्टर ने बताया कि हमें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई और हम पूरी तरह स्वस्थ हैं. लोगों को भी यही मानना चाहिए कि टीका पूरी तरह से सुरक्षित है.
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सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा ने बताया कि जोधपुर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी टीकाकरण शुरू हो गया है. 9 जगह पर टीकाकरण में प्रतिदिन 900 स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाए जाएंगे. टीकाकरण की शुरुआत के बाद जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले टीके लगवाने वाले प्रिंसिपल व अन्य डॉक्टर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत की तो उन्होंने पूछा कि कितने लोगों ने टीके लगवाए. इस पर प्रिंसिपल ने बताया कि 25 लोगों को टीके लग चुके हैं तो मुख्यमंत्री ने कहा कि इतनी जल्दबाजी क्यों कर रहे हैं. आप लोग 1 दिन में 100 लोगों को टीके लगाने हैं, आराम से टीके लगाएं और उन पर पूरी नजर रखें. इसमें जल्दबाजी की आवश्यकता नहीं है.
जोधपुर में एमडीएम अस्पताल के अलावा उमेद हॉस्पिटल मेडिपल्स हॉस्पिटल ऐम्स एवं रेजिडेंसी डिस्पेंसरी में टीकाकरण शुरू हुआ. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में भोपालगढ़, बिलाड़ा, मथानिया व बालेसर में टीके लगाए गए.