जोधपुर. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद से जोधपुर में सक्रिय हैं. लेकिन कभी भी राजनीतिक रूप से कोई स्टेटमेंट नहीं देते. लेकिन विधायकों और मंत्रियों के साथ कार्यक्रम में जरूर शामिल होकर कांग्रेस को मजबूत करने की बात करते हैं. ऐसे में कार्यकर्ताओं की भी उनसे अपेक्षा बढ़ जाती है. क्योंकि कि वे मुख्यमंत्री के पुत्र हैं, उनके काम करें, उनको जवाब दें लेकिन वैभव गहलोत अगर गोल मोल जवाब दें तो कार्यकर्ता नाराज होते हैं. ऐसे में कई कार्यकर्ता अपना गुबार भी निकाल बैठते हैं.
रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य मोतीराम चौधरी ने वैभव गहलोत को खरी-खरी सुना दी. दरअसल लूणी विधानसभा क्षेत्र की पाल गांव के इलाके में ब्लॉक कांग्रेस की एक बैठक रखी गई थी. जिसमें 12 दिसंबर को जयपुर में प्रस्तावित रैली में कार्यकर्ताओं को भाग लेने की अपील के लिए वैभव गहलोत भी पहुंचे थे. लूणी विधायक महेंद्र विश्नोई भी वहीं मौजूद थे.
इस दौरान मोतीराम चौधरी मंच पर आए और उन्होंने वैभव गहलोत से कहा कि इलाके में लोगों के बिजली के कनेक्शन की समस्या है. घरों में कनेक्शन नहीं मिल रहे हैं. सर्विस लेन से कनेक्शन नहीं मिलता है. इस पर लूनी विधायक ने वैभव के सामने कहा कि यह केंद्र सरकार का मामला है. इस पर मोतीराम ने कहा कि यहां तो सरकार अपनी ही है. 3 साल हो गए, कैसे काम चलेगा.
लेकिन वैभव गहलोत इस पर भी कुछ नहीं बोले. मोतीराम चौधरी ने यहां तक कहा कि कोई मिलने नहीं देता है, बंदूक वाले आगे पीछे चलते है, आपको कौन खा रहा है. लूणी विधायक व अन्य लोगों ने हस्तक्षेप कर मोतीराम चौधरी को बैठा दिया. बाद में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने पूरी बात बताते हुए कहा कि 3 साल में पहली बार यहां ब्लॉक की बैठक हुई है. फील्ड में कोई नहीं आता. चापलूसों को पद दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि श्रवण पटेल को प्रदेश कांग्रेस का सचिव बनाया गया है. उनके गांव में कांग्रेस को सिर्फ 300 वोट मिले थे. आज मीटिंग में यही किया नारे लगवाए और कह दिया कि जयपुर चलना है. फील्ड में कोई काम नहीं करता. वैभव गहलोत से मिलने सर्किट हाउस जाते हैं तो भी चारों तरफ बंदूक वाले खड़े होते हैं, मिलने कोई नहीं देता है.