जोधपुर. हाल ही में राज्य सरकार द्वारा केंद्र से प्रदेश के 3 शहरों के लिए प्रदूषण नियंत्रण के लिए मिली 30 करोड़ रुपये की राशि का वितरण किया गया. इसमें जोधपुर शहर के लिए 10 करोड़ रुपये नगर निगम उत्तर को नोडल एजेंसी बनाकर भेज दिए गए. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी की नेता और नगर निगम दक्षिण की महापौर वनिता सेठ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है. इस पर जोधपुर शहर की कांग्रेस विधायक मनीषा पंवार ने प्रतिक्रिया दी है.
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इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मनीषा पंवार ने कहा है कि नगर निगम उत्तर की आर्थिक स्थिति सही नहीं है. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये राशि नगर निगम उत्तर को हस्तांतरित की है. मुख्यमंत्री का सौतेला व्यवहार जैसा कोई इरादा नहीं है. विधायक ने कहा कि सरकार दोनों नगर निगमों के माध्यम से जोधपुर शहर का विकास करवा जाएगा. नगर निगम दक्षिण के लिए भी सरकार अपना सहयोग करेगी.
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इसके साथ-साथ विधायक मनीषा पंवार ने ये भी कहा कि नगर निगम दक्षिण की आर्थिक स्थिति सुधारने के सभी स्त्रोत मौजूद हैं. ऐसे में उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं होगी, जबकि नगर निगम उत्तर को अपने आर्थिक स्रोत खुद बनाने होंगे. गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा दी गई राशि के वितरण में भाजपा का आरोप था कि सरकार ने ये राशि उन्हें बोर्ड को दी है, जहां कांग्रेस का निर्वाचित बोर्ड है, भाजपा के बोर्ड को सभी जगह पर अनदेखा किया गया है.