जोधपुर. राज्य के युवा खेल मंत्री अशोक चांदना की ओर से ट्वीट के जरिए इस्तीफे (Minister Ashok Chandna offered to resign) की पेशकश के बाद यह मामला सियासी चर्चा का विषय बन गया है. इस मामले में जहां भाजपा लगतार गहलोत सरकार को निशाने पर ले रही है. वहीं कांग्रेस नेता बैकफुट पर हैं. कोई भी खुल कर इस बात करने को तैयार नहीं है. उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने इस मुद्दे पर यहां तक कह दिया कि ब्यूरक्रेट भी तो अपने ही लोग होते हैं. आपस में घर परिवार के लोग हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है. वहीं राज्य के खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष बृजकिशोर शर्मा ने कहा कि 'मुख्यमंत्रीजी' संवेदनशील हैं वह जल्दी ही इस मामले को सेटल कर लेंगे.
एक दिवसीय दौरे पर जोधपुर आई उद्योग मंत्री शकुंतला रावत से जब पूछा गया की क्या आपके कामों में किसी अधिकारी का हस्तक्षेप होता है तो उन्होंने कहा की मुझे तो ऐसा नही लगता. हालांकि रावत ने यह भी कहा कि 'चांदनाजी' ने किस बात को लेकर कहा है, मुझे इसकी जानकारी नहीं है. सभी की अपनी अपनी सोच होती है. अगर किसी का कोई काम नहीं होता है तो क्या बात हुई ब्यूरोक्रेट्स भी तो अपने ही लोग हैं. परिवार में तो छोटी मोटी बातें होती रहती हैं. क्या 'चांदनाजी' को मुख्यमंत्री से मिलना चाहिए तो उद्योग मंत्री ने कहा कि यह उनकी सोच पर निर्भर करेगा.
वहीं, उद्योग मंत्री के साथ जोधपुर आए खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बृज किशोर शर्मा ने कहा की छोटी मोटी बात होती रहती है. 'चांदनाजी' को सीएम के साथ बैठकर ग्रीवेंस पर बात करनी चाहिए. मुख्यमंत्री संवेदनशील हैं. सीएम का काम करने का तरीका अलग है. मुख्यमंत्री ने शानदार बजट पेश किया छोटी मोटी ग्रीवेंस होती रहती है कोई बड़ा इशू नहीं है. मुख्यमंत्री इसे जल्द सेटल कर देंगे. बता दें कि खेल मंत्री अशोक चांदना ने गुरुवार रात को एक ट्वीट कर कहा कि 'मुख्यमंत्रीजी जलालत भरे मंत्री पद से मुझे मुक्त कर दीजिए और सारा चार्ज कुलदीप रांका को दे दीजिए'.