जोधपुर. पश्चिमी राजस्थान के लोगों को मस्तिष्क से जुड़ी परेशानियों का उपचार अब एक ही छत के नीचे मिलेगा. राज्य सरकार ने जोधपुर के डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज से जुडे़ एमडीएम अस्पताल में इंस्टीट्यूट आफ न्यूरो साइंस खोलने का निर्णय (Center of Excellence Institute of Neuro Science) किया है. यह अपने आप में एक सेंटर आफ एक्सीलेंस बनेगा. इस सेंटर में न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी व साइकेट्री तीनों विभागों का संचालन एक साथ होगा.
तीनों विभाग मस्तिष्क की बीमारियों से जुडे़ हैं. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ दिलीप कच्छवाह ने बताया कि इस सेंटर से पूरे पश्चिमी राजस्थान के रोगियों को लाभ मिलेगा. उन्हें बाहर उपचार के लिए नहीं जाना पड़ेगा. एमडीएम अस्पताल में न्यू ओपीडी ब्लॉक के पीछे इसका निर्माण होगा. निर्माण कार्य राजस्थान स्टेट रोड डवलपमेंट कार्पोरेशन के मार्फत होगा. जो जल्दी ही इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू कर रहा है. इस सेंटर के लिए 171 पदों की स्वीकृति भी सरकार ने जारी कर दी है. इसमें सीनियर डॉक्टर, रेजिडेंट, नर्सेज, सहायककर्मी व पैरामेडिकल कर्मी भी शामिल हैं. सेंटर के निर्माण पर 77 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
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अब व्यवस्थाएं संभालेंगे केअर टेकरः संभाग के सबसे बडे सरकारी अस्पताल एमडीएम अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने का जिम्मा केअर टेकर को दिया जाएगा. एमआरएस की बैठक में यहां छह केअर टेकर लगाने की अनुशंषा कर दी गई है. जिन्हें अस्पताल में जोन वाइज लगाया जाएगा. व्यवस्था संचालन में केअर टेकर के लगने से डॉक्टरों की परेशानी कम होगी. अन्यथा हर व्यवस्था के लिए उन्हें ही काम करना पड़ता है. इधर राज्य सरकार ने भी प्रदेश के बडे़ सरकारी अस्पतालों में केअर टेकर लगाने के लिए आरपीएससी के माध्यम से 56 पदों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. इसके आवेदन की अंतिम तिथी 30 जून है.