जोधपुर. जिले के महामंदिर थाना इलाके में कृषि मंडी व्यापारी के साथ शनिवार देर रात 2:30 बजे 3 से 4 युवकों की ओर से मारपीट की गई. मारपीट के बाद परिवादी मगाराम और चालक नेनाराम ने मारपीट करने वाले युवकों पर मारपीट के बाद 12 लाख रुपए लूट कर ले जाने का आरोप लगाते हुए इस संबंध में मामला दर्ज करवाया.
मामला दर्ज करवाने के बाद महामंदिर थाना पुलिस सहित डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरे मामले का खुलासा कर दिया. घटना के बाद पुलिस ने मारपीट करने वाले युवकों को हिरासत में लिया और पूछताछ की. पूछताछ में उन्होंने फलोदी से जोधपुर सब्जी की गाड़ी लेकर आए चालक नेनाराम और अन्य लोगों के साथ तोड़फोड़ करना और मारपीट करने की बात कबूली, लेकिन लूट को लेकर उन्होंने मना कर दिया. जिस पर पुलिस की टीम ने चालक सहित परिवादी से भी पूछताछ की तो लूट का मामला झूठा निकला.
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थानाधिकारी सुमेर दान ने बताया कि घटना के बाद तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जीवनराम और जगदीश को दस्तयाब किया गया. जीवनराम ने अनुसंधान के दौरान बताया कि करीब एक महीना पहले सब्जी मंडी में सब्जी के भराव को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ था, जिस पर उसके साथ परिवादी पक्ष के लोगों ने मारपीट की थी.
जीवनराम ने बताया कि इसी रंजिश को लेकर उसने अपने मित्र राकेश बिश्नोई से बदला लेने को कहा और देर रात राकेश और उसके कुछ अन्य साथियों की मीटिंग हुई. उसके बाद देर रात करीब इन्होंने आपसी रंजिश के चलते मारपीट की. 3 आरोपियों से पूछताछ पर उन्होंने गाड़ी के शीशे फोड़ने और मारपीट करने की बात को कबूल किया, लेकिन गाड़ी से पैसे लेकर जाना नहीं बताया.
इसके बाद पुलिस की ओर से प्रार्थी और उसके ड्राइवर सहित खलासी से पूछताछ की गई. उन्होंने बताया कि रुपयों से भरा बैग का थैला उसके भाई धर्माराम के गाड़ी में रह गया, जो सब्जी से भरकर जैसलमेर गया है. थानाधिकारी ने बताया कि आपसी रंजिश के कारण मारपीट करने वाले युवकों पर लूट करने का आरोप लगाया जो कि अंत में झूठा निकला. फिलहाल, पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है.