जोधपुर. शहर में बढ़ रही भिक्षावृत्ति और बालश्रम को रोकने के लिए जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की ईस्ट जिला पुलिस ने गुरुवार से एक अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत डीसीपी धर्मेंद्र यादव के द्वारा गुरुवार को जोधपुर पुलिस लाइन सभागार में एक बैठक हुई. डीसीपी धर्मेंद्र यादव ने सामाजिक न्याय विभाग, चाइल्ड लाइन, मानव तस्करी विरोधी यूनिट, बालकल्याण समिति के अधिकारियों के साथ बैठक ली.
बैठक में डीसीपी धर्मेंद्र यादव ने होटलों, कारखानों, ढाबे में बालश्रम कर रहे बच्चों को मुक्त करवाने के आदेश दिए. वहीं बालश्रम में लिप्त परिवार जन, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. डीसीपी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय की तरफ से बालश्रम, भिक्षावृत्ति को रोकने को लेकर दिए गए निर्देश के तहत हर माह में एक सप्ताह अभियान के रूप चलाने के निर्देश दिए गए हैं. जिसके तहत अभियान की शुरुआत की गई है.
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इस अभियान के तहत बाल कल्याण समिति, चाइल्डलाइन के साथ पुलिस द्वारा समन्वय स्थापित कर बालश्रमिकों को मुक्त करवाया जाएगा. साथ ही दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. डीसीपी ने बताया कि बाल तस्करी और भिक्षावृत्ति को लेकर अभियान पहले से चलाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में अब हर माह में एक सप्ताह थाना स्तर और जिला स्तर पर अभियान चलाए जाएंगे. डीसीपी ने कहा कि बैठक में पहले से चलते आ रहे अभियानों की समीक्षा की और उनमें कहां खामियां थी, इसके बारे में विस्तार से चर्चा की.
बता दें कि राजस्थान में बड़े लेवल पर होटलों, कारखानों में बाल मजदूरी करवाई जाती है. लगातार सरकार की तरफ से बाल मजदूरी के खिलाफ कानून बनाए जा रहे हैं लेकिन इसमें कोई कमी नहीं आई है. पिछले दिनों ही राजधानी जयपुर से पुलिस ने कई बाल मजदूरों को चूड़ी बनाने के कारखाने से मुक्त करवाया था.