जोधपुर. मथुरादास माथुर अस्पताल स्थित राजकीय बीएससी नर्सिंग कॉलेज में बीएससी नर्सिंग के द्वितीय वर्ष के फाइनल एग्जाम का अंतिम पेपर 10 दिन पहले आउट हो गया था. लेकिन अभी तक राजस्थान हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी में पेपर को रद्द करने की कोई सूचना जारी नहीं की है. अलबत्ता इसे लेकर कॉलेज के प्राचार्य मुकेश तेत्रवाल ने शास्त्री नगर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई (FIR in paper out case in Jodhpur) है.
इस एफआईआर में बताया गया है कि राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस का यह पेपर 29 अप्रैल को था. पेपर शुरू होने के आधे घंटे पहले परीक्षा केंद्र को एक कोड जारी करती है, जिसके आधार पर सेंटर इंचार्ज प्रश्न-पत्र डाउनलोड करते हैं. 29 अप्रैल को परीक्षा शुरू होने से करीब आधा घंटा पहले पेपर आने की सूचना मिली. जब एग्जाम सेंटर के स्टूडेंट्स के मोबाइल देखे गए तो 5 छात्रों के मोबाइल पर पेपर मिला. छात्रों के मोबाइल अपने पास रख लिए गए. जब उन्होंने अपने सेंटर का पेपर डाउनलोड किया और मोबाइल के पेपर से मिलान किया, तो वह हूबहू था. इसकी सूचना यूनिवर्सिटी को दे दी गई. हालांकि उस दिन पेपर हो गया.
थाना अधिकारी जोगिंदर सिंह ने बताया कि यह नकल का मामला नहीं है. पेपर आउट होने का मामला है. एफआईआर में कॉलेज प्राचार्य ने 5 छात्रों के नाम भी दिए हैं, जिनके मोबाइल में पेपर मिला था. छात्रों के मोबाइल यूनिवर्सिटी के पास हैं. प्राचार्य का कहना है कि जब पुलिस डिमांड करेगी, मोबाइल सौंप दिए जाएंगे. मामले को लेकर पुलिस अनुसंधान कर रही है. राजस्थान हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी के मार्फत बीएससी नर्सिंग की परीक्षा कुल 46 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई थी. सभी सेंटर को परीक्षा समय 9 बजे से करीब आधे घंटे पहले एक ओटीपी भेजा जाता है जिसके आधार पर परीक्षा केंद्र प्रभारी पेपर डाउनलोड कर उसके प्रिंटआउट निकालता है और परीक्षा आयोजित करवाता है. ऐसे में अब यह जांच का विषय है कि किस सेंटर से पेपर डाउनलोड होने के बाद छात्रों तक पहुंचा.