जोधपुर. आखिरकार सोजती गेट स्थित नगर निगम उत्तर का भवन एक बार फिर बंद होगा. राज्य सरकार के निर्देश पर नगर निगम उत्तर का कार्यालय भी नगर निगम दक्षिणी के भवन में ही संचालित होगा, जब तक कि नगर निगम उत्तर के लिए नया भवन नहीं बन जाता. गत दिनों जोधपुर दौरे पर आए नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल भी यह कह चुके थे कि दोनों निगम एक ही भाव से चलेंगे. उसके बाद नए भवन का निर्माण करवाया जाएगा.
इसको लेकर मंगलवार को नगर निगम उत्तर के उपमहापौर अब्दुल करीम ने नगर निगम दक्षिण के भवन का दौरा किया और वहां अधिकारियों एवं महापौर उपमहापौर के कक्ष निर्धारण करने की कवायद शुरू की. सरकार द्वारा जोधपुर के नगर निगम को 2 हिस्सों में बांटने के बाद लंबे समय तक एक ही जगह से दोनों का संचालन हुआ, लेकिन चुनाव से पहले राजनीतिक दबाव के चलते सरकार ने नगर निगम उत्तर को सोचती गेट स्थित पुराने निगम भवन में शिफ्ट कर दिया है. हालांकि वहां चुनाव के बाद महापौर उस दिन बैठी है, लेकिन इस नगर डिंग के बाहर पर्याप्त पार्किंग नहीं होने से काफी परेशानी हो रही है और इसका सीधा नुकसान व्यापारियों को हो रहा है.
निगम भवन शुरू होने के बाद यहां लोगों की आवाजाही बढ़ने से काफी परेशानियां बढ़ गई है. इसके अलावा यह भवन छोटा भी पढ़ रहा था यहां तक की सभी पार्षदों को एक साथ बैठकर बैठक आयोजित करने के लिए भी ढंग का सभा भवन भी नहीं है. इसे ध्यान में रखते हुए नगर निगम उत्तर की ओर से ही सरकार को आगरा भेजा गया था कि नया भवन निर्माण होने तक नगर निगम दक्षिण सही दोनों निगम कार्यालय संचालित हो.
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नगर निगम उत्तर कार्यालय स्थापित होने से पहले सभी कर्मचारी नगर निगम दक्षिण में ही बैठा करते थे. ऐसे में कर्मचारियों के बैठने में कोई दिक्कत नहीं होगी, सिर्फ शाखाओं को अलग-अलग करना होगा, लेकिन महापौर उप महापौर और नगर निगम आयुक्त के कक्ष अलग-अलग निर्धारित करने होंगे, जिसको लेकर मशक्कत शुरू हुई है. ऐसा माना जा रहा है कि इसके चलते नगर निगम दक्षिण के भाजपा बोर्ड के साथ टकराव भी हो सकता है.