जोधपुर. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि जिस तरह एक दुकानदार अपने सामने ही अपने पुत्र को दुकान सौंपना चाहता है. जिससे वह उसके सामने ही सेटल हो जाए. यही स्थिति हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके पुत्र की है.
पूनिया ने कहा है कि मुख्यमंत्री अपने पुत्र को स्थापित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. पहला झटका जोधपुर की जनता ने उन्हें दे दिया. जिसके चलते उन्हें अपने बूथ पर ही हार झेलनी पड़ी. वहीं आरसीए के चुनाव में वैभव गहलोत के अध्यक्ष बनने के बाद प्रदेश के बेरोजगार युवाओं की उम्मीदें बढ़ी है कि मुख्यमंत्री ने अपने पुत्र को रोजगार दे दिया है. शायद वे उनके लिए भी रोजगार उपलब्ध करा सकेंगे.
जोधपुर के सर्किट हाउस में मीडिया से बात करते हुए सतीश पूनिया ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव को कांग्रेस में सर्कस बना दिया है. इन्हें डर है कि धारा 370 के हटाने के फैसले से जनता चुनाव में इन्हें हरा देगी, इसलिए लगातार फैसले बदले हैं. अच्छी बात यह है कि जो फैसले लिए गए हैं उनकी जानकारी विधायक दल और कैबिनेट कोई नहीं है.
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पूनिया ने कहा कि इसकी पुष्टि उप मुख्यमंत्री ने खुद कर दी है. प्रभारी सचिव ने भी कह दिया कि बर्तन है तो आवाज होगी. पूनिया ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए प्रदेश की जनता के बजाय दिल्ली दरबार में ज्यादा समय दे रहे हैं. जिसका नुकसान जनता को उठाना पड़ रहा है.