जोधपुर. नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने रविवार को जोधपुर के विकास कार्यों को लेकर बड़ी-बड़ी घोषणाएं की, लेकिन पूरे विकास कार्यों में जोधपुर के नगर निगम दक्षिण की महापौर को पूरी तरह से दूर रखा गया है. यहां तक कि उन्हें शनिवार को तो मिलने का समय भी नहीं दिया गया. रविवार को अधिकारियों की बैठक खत्म होने के बाद उनसे मिलने का समय दिया गया. इसको लेकर भाजपा ने भी कड़ी आपत्ति जताई है. खुद महापौर ने कहा कि उन्होंने भाजपा के बोर्ड की अनदेखी की है, जबकि नगर निगम दक्षिण में भी जोधपुर की जनता ही रहती है.
नगर निगम दक्षिण की महापौर विनीता सेठ का कहना है कि निगम दक्षिण को 300 करोड़ रुपए की आवश्यकता है, इसकी डिमांड हमने की है. इधर भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस सरकार के मंत्री दलगत राजनीति से ऊपर नहीं उठ रहे हैं. नगरीय विकास मंत्री ने जोधपुर शहर के विकास की योजना बनाने में नगर निगम दक्षिण की भूमिका नजरअंदाज की है.
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महापौर को बैठक में बुलाना भी उचित नहीं समझा जो पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है और भारतीय जनता पार्टी इसका विरोध करेगी और उनके खिलाफ सड़कों पर उतरेगी. गौरतलब है कि नगरीय विकास मंत्री के दौरे के दौरान नगर निगम उत्तर जहां कांग्रेस के महापौर कुंती परिहार है. वह दौरे पर साथ रही. इसके अलावा रविवार को भी अधिकारियों की बैठक के दौरान वह मौजूद रही, लेकिन नगर निगम दक्षिण की महापौर को इस बैठक में नहीं बुलाया गया.