जोधपुर. बहुचर्चित भंवरी देवी अपहरण और हत्या मामले में आरोपी पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के सोमवार को एससी-एसटी कोर्ट में बयान मुल्जिम दर्ज किए गए. पीठासीन अधिकारी अणिमा दाधिच के सामने आरोपी मदेरणा को पुलिस ने पेश किया. जहां वरिष्ठ अधिवक्ता जगमाल सिंह व उनके सहयोगी प्रदीप चौधरी की मौजूदगी में बयान मुल्जिम दर्ज किए गए. आरोपी मदेरणा को कैंसर की पुष्टि होने के बाद राजस्थान हाईकोर्ट ने भी निर्देश दिए थे कि आरोपी के बयान मुल्जिम दर्ज किए जाएं.
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सोमवार को सुनवाई के दौरान आरोपी मदेरणा के बयान मुल्जिम पूरे हो गए हैं. अब इस मामले में अगली सुनवाई 19 सितम्बर को होगी और आरोपी शहाबुद्दीन को बयान मुल्जिम के लिए हाजिर होने के निर्देश भी अदालत ने दिए हैं. सोमवार को मामले से जुड़े अन्य 16 आरोपी कोर्ट में पेश नहीं किए गए. गौरतलब है कि प्रदेश की तत्कालीन सरकार में मंत्री एवं पूर्व विधायक सहित कुल 17 लोगों को सीबीआई ने मामले में आरोपी बनाया था.
साल 2011 में एएनएम भंवरी देवी का अपहरण होने के बाद हत्या कर दी गई थी. जिसमें मृतका के पति अमरचंद ने मामला दर्ज कराया था. मामले में पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा एवं पूर्व विधायक मलखान सिंह का भी नाम होने के चलते प्रदेश सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को दी. जांच के बाद कुल 17 लोगों को आरोपी बनाया था. सभी आरोपी अभी तक न्यायिक हिरासत में ही चल रहे हैं. सीबीआई की ओर से सभी गवाहों के बयान पूरे करवाने के बाद मामले के आरोपी सोहन लाल के बयान मुल्जिम हो चुके थे और सोमवार को महिपाल मदेरणा के भी बयान मुल्जिम पूरे हो गए हैं. पूर्व विधायक मलखान सिंह की ओर से अधिवक्ता गिरीश चौधरी एवं अधिवक्ता संजय विश्नोई भी इस दौरान मौजूद रहे.