जोधपुर. सरकारी बैंकों के सभी कर्मचारी शुक्रवार से हड़ताल पर चले गए हैं. हड़ताल दो दिन की है. तीसरे दिन रविवार के चलते बैंक सोमवार को ही खुलेंगे, लेकिन इस दौरान प्राइवेट बैंक खुले रहेंगे.
हड़ताल पर गए कर्मचारियों कहना है कि सरकार 20 सालों से हमारा वेतनमान समझौता लागू नहीं कर रही है. यही कारण है कि अब एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और लिपिक के वेतन में बहुत कम अंतर रह गया है.
यूनाइटेड बैंक फॉर्म के नेता एल एन झालानी ने कहा कि सरकारी बैंकों ने सरकार से लगातार वार्ता की गुरुवार को 46वीं वार्ता भी सफल नहीं हुई. ऐसे में हड़ताल का निर्णय लिया गया है. अगर सरकार ने मांगे नहीं मानी, तो 3 दिन की मार्च में हड़ताल होगी और इसके आगे अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर कर्मचारी जाएंगे.
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झालानी ने कहा कि सरकारी बैंकों ने 4 वर्षों में सरकार को 6 लाख करोड़ से ज्यादा की राशि कमा कर दी है, लेकिन बैंक कर्मचारी आज परेशान है जो राशि कमा कर दी है. बड़े कॉर्पोरेट घराने लोन में ले गए जिसका नुकसान बैंकों को उठाना पड़ रहा है, लेकिन कर्मचारी अपनी परेशानी सहन नहीं करेंगे. सरकार को हमारी मांगे माननी ही होगी.
गौरतलब है कि जोधपुर में हड़ताल के दूसरे दिन शनिवार को भी नई सड़क पर बैंक कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे आज प्रदर्शन के दौरान बैंक कर्मचारियों की मानव सृंखला से करीब आधे घंटे तक यातायात भी बाधित रहा.