जोधपुर. करौली में भारतीय नववर्ष के मौके पर आयोजित भगवा रैली पर हुए हमले के विरोध में रविवार को जोधपुर में हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. जालौरी गेट पर पर विश्व हिंदू परिषद्, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर विरोध जताते हुए मुख्यमंत्री का पूतला फूंका. विश्व हिंदू परिषद ने जयपुर सहित प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर रविवार को करौली हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया.
बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कहा कि घटना के 24 घंटे बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. भगवा रैली निकालने वालों पर बड़े-बड़े पत्थर फैंके गए, उनकी दुकानें जला दी गईं. लेकिन सरकार आरोपियों को बचाने में लगी है. अगर सरकार ने समय रहते आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया, तो उग्र प्रदर्शन से जवाब दिया (Bajrang Dal demands arrest of Karauli violence accused) जाएगा. साथ ही संगठनों ने चेतावनी दी है कि अन्य जगह पर ऐसी घटना और हुई, तो पूरे प्रदेश में आंदोलन होंगे.
बजरंग दल के प्रांत संयोजक विक्रम परिहार ने बताया कि निहत्थे लोगों पर हमला करने के बाद उपद्रव्य करने वालों ने उनकी दुकानें जला दीं. मोटरसाइकिलें तोड़ दीं. बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती हैं. इस घटना के लिए प्रदेश सरकार ही जिम्मेदार है. गौरतलब है कि जोधपुर में विश्व हिंदू परिषद की ओर से रामनवमी की शोभायात्रा का आयोजन बहुत बड़े स्तर पर होता है. ऐसे में परिषद के लोगों का कहना है कि उस कार्यक्रम में कोई व्यवधान नहीं हो, इसकी जिम्मेदारी प्रशासन को लेनी होगी.
जयपुर में भी विरोध-प्रदर्शन : विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर राजस्थान में सभी जिला मुख्यालयों पर रविवार को करौली हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया गया. जयपुर में बड़ी चौपड़ पर कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने घटना के विरोध में पहले धरना दिया और फिर वाहन रैली निकाल पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव को ज्ञापन दिया. ज्ञापन के जरिए वीएचपी ने हिंदू धार्मिक उत्सवों के दौरान पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम करने और करौली में हुई घटना के दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार और पुलिस ने यदि इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया, तो हिंदू समाज चुप नहीं बैठेगा.