जोधपुर. प्रदेश के सरकारी स्कूलों के वार्षिक परिणाम का स्तर सुधरे इसको लेकर सरकार बड़े स्तर पर प्रयास कर रही है. इस कड़ी में जोधपुर जिला कलेक्टर के निर्देश पर सरकारी स्कूलों में परीक्षाओं का दौर शुरू होने से पहले ही निष्पादन समिति की बैठक का आयोजन मंगलवार को किया गया. एडीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में साफ तौर पर कहा गया कि जिस अध्यापक का परीक्षा परिणाम न्यूनतम स्तर का होगा तो उसके विरुद्ध 17 सीसी यानि अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
बता दें, कि बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमचंद सांखला ने शिक्षा विभाग की योजनाओं के कारण को लेकर सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों के रिपोर्ट प्राप्त की. इसके अलावा उन विद्यालयों को भी चिन्हित किया गया, जिनका परिणाम न्यूनतम स्तर के आसपास रहता है और इस बार परिणाम में सुधार हो इसको लेकर विचार विमर्श किया गया. बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट कहा कि बोर्ड की परीक्षाओं का परिणाम में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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वहीं उन्होंने कहा कि, शिक्षकों को अपना अध्यापन कार्य पूर्ण करवाना ही होगा और उसके बाद रिवीजन भी जिससे कि छात्रों को किसी तरह की परेशानी नहीं आए. साथ ही यह भी निर्देश दिए गए कि बोर्ड के पेपर के पैटर्न जो कि अब माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध है डाउनलोड कर छात्रों को उपलब्ध करवाया जाए, जिससे कि परीक्षा परिणाम की गुणवत्ता बनी रहे. बैठक में स्कूलों में चल रहे आत्म सुरक्षा शिविरों की प्रगति पर भी विचार विमर्श किया गया.