जोधपुर. गर्मी के दिनों शहर में बिजली की खपत दिन-प्रतिदिन 60 लाख यूनिट तक पहुंच गई है. इसमें भी दस फीसदी बिजली सिर्फ एअर कंडिशनर पर खर्च हो रही है. यानी की प्रतिदिन करीब 6 लाख यूनिट बिजली शहर के घरों और दफ्तरों के एसी पर खर्च हो रही है. इसमें लगातार वृद्धि भी हो रही है. जोधपुर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता एमएस चारण के अनुसार तेज गर्मी के चलते दोपहर के तीन से चार घंटे तक लोग एसी का उपयोग ज्यादा करते हैं. इसके बाद रात को भी ऐसे ही हालात होती है जिसमें बिजली की खपत बढ़ जाती है.
हालांकि, कोरोना के चलते अभी जोधपुर में औद्योगिक इकाइयों में बिजली की खपत नहीं होने से लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है. एअर कंडिशनर के मार्फत बिजली खर्च लगातार बढ़ रहा है. इसकी वजह घरों में एसी का चलन बढ़ना है. खासकर मिडिल क्लास परिवारों में एअर कंडिशनर लगाने का चलन बढ़ गया है. जिसके चलते एअर कंडिशनर का बाजार भी बढ़ रहा है. शहर के एसी विक्रेताओं का कहना है कि बाजार में बिजली बचाने वाले मध्यम वर्ग भी इसकी ओर आकर्षित हो रहे है.
पढ़ेंः CM से बिजली बिलों में राहत देने की अपील...सुनिए मंत्री खाचरियावास ने क्या कहा
क्योंकि पहले बिजली के बिल के चक्कर में एसी हर कोई नहीं खरीद पा रहा था, लेकिन अब इनर्वटर एसी बाजार में आने से बिक्री बढ़ी है. यहां तक की लॉकडाउन के बाद एक जून से बाजार खुले तो एसी की बिक्री ने कमी पूरी कर दी. शहर के एसी विक्रेता प्रवीण गौड़ बताते हैं कि एक महीने में ही हमारा एसी बिक्री का टारगेट पूरा हो गया. इसमें मिडिल क्लास की अहम भूमिका रही है.
पढ़ेंः बिजली बिल माफी की मांग पर बोले ऊर्जा मंत्री, कहा- केंद्र सरकार दे छूट..तो हम भी दे राहत
जोधपुर में वर्तमान में तीन लाख घरेलू विद्युत उपभोक्ता है. तीन सालों में इसमें 50 हजार की बढ़ोतरी हुई है. डिस्कॉम के अनुसार शहर में करीब 80 हजार से एक लाख घरों में एअर कंडिशनर उपयोग में लाया जा रहा है. यह आंकड़ा इसलिए सामने आता है, क्योंकि एअर कंडिशनर या अन्य भारी उपकरण लगाने के साथ इलेक्ट्रीसिटी लोड बढ़ाना होता है. जिसके लिए डिस्कॉम में आवेदन किया जाता है. सरकारी दफ्तरों और व्यवासायिक संस्थानों की संख्या अलग है.
एक साल में 14 लाख हजार यूनिट खपत बढ़ी
जोधपुर डिस्कॉम में मई से जुलाई तक बिजली की खपत हमेशा अधिक रहती है. मई 2019 में 18603.96 लाख यूनिट की खपत हुई थी, जबकि इस बार मई 2020 में यह 20399.77 लाख यूनिट हुई. यानी की करीब 14 हजार लाख यूनिट की बिजली की खपत बढ़ गई है. इसकी वजह तेज गर्मी में घरेलू उपकरणों का उपयोग ज्यादा माना जाता है. जिसमें वर्तमान में एअर कंडिशनर अहम है.
भारत में एसी का बढ़ता बाजार
देश में लगातार एअर कंडिशनर का बाजार बढ़ रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि अगले दस साल में यह तीन गुना से ज्याद बढ़ जाएगा. आईबीईएफ (इंडियन ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन) के अनुसार 2006 में भारत में 2 मिलियन एसी यूनिट लगे हुए थे. जो 2017 में बढ़कर 30 मिलियन तक पहुंच गए है. यह ज्यादातर बड़े शहरों में है, लेकिन 2030 तक यह 55 से 124 मिलियन तक पहुंचने की संभावना है. जिसमें कस्बों तक यूनिट बढ़ेंगे.