जोधपुर. आधार कार्ड वर्तमान समय में आम नागरिक के लिए एक जरूरी दस्तावेज बन चुका है. किसी भी शिक्षण संस्थान, बैंकिंग, अस्पताल, सरकारी योजनाएं इत्यादि में आधार कार्ड को जरूरी दस्तावेज माना गया है. रिपोर्ट देखिये...
पूर्व में आधार कार्ड केंद्र निजी परिसरों में संचालित होते थे. लेकिन ज्यादा शुल्क वसूलने सहित अन्य शिकायतों के बाद यूआईडीएआई ने आदेश देते हुए सिर्फ सरकारी परिसरों में ही आधार कार्ड केंद्र संचालित करने के निर्देश दिए. जिसके बाद जोधपुर शहर में आधार में नाम जुड़वाने या अपडेट करवाने वाले केंद्रों की कमी भी दिखाई दे रही है. जोधपुर शहर में अलग-अलग क्षेत्र में 22 आधार कार्ड केंद्र संचालित हो रहे हैं. जिन पर नए नामांकन जुड़वाने सहित अपडेशन का काम किया जाता है.
जोधपुर शहर में पोस्ट ऑफिस कार्यालय, बैंक सहित सरकारी कार्यालयों में संचालित केंद्रों पर प्रतिदिन आने वाले लोगों की संख्या प्रति केंद्र लगभग 200 है. इनमें ज्यादातर लोग अपने आधार कार्ड में जन्मतिथि, घर का पता इत्यादि को अपडेट करवाने आते हैं. सिर्फ 10% लोग ही नया आधार कार्ड बनवाने के लिए आ रहे हैं. जोधपुर जिले में कुल 131 आधार कार्ड केंद्र वर्तमान समय में संचालित हो रहे हैं. जिसमें 46 बैंक में, 17 पोस्ट ऑफिस में और 68 सूचना एवं प्रौद्योगिकी जनसंचार विभाग की ओर से संचालित किए जा रहे हैं.
यूआईडीएआई के निर्देशन पर चल रहे आधार कार्ड केंद्र के संचालक खेमराज सिंह ने बताया कि जोधपुर के पुलिस कंट्रोल रूम के सामने चल रहे आधार कार्ड केंद्र में प्रतिदिन 250 से 300 लोग आते हैं और इस आधार कार्ड केंद्र की क्षमता प्रतिदिन 300 आधार कार्ड बनाना है. उन्होंने बताया कि नया आधार कार्ड बनाने वाले आम नागरिक भी पहुंच रहे हैं लेकिन उससे ज्यादा आधार कार्ड में करेक्शन या अपडेशन कराने के लिए लोग ज्यादा से ज्यादा आते हैं.
नया आधार कार्ड बनवाने के लिए किसी प्रकार का कोई शुल्क देने की आवश्यकता नहीं है. आधार कार्ड में करेक्शन या अपडेशन कराने के लिए 50 रुपए शुल्क लिया जा रहा है जो कि सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है.
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सूचना एवं प्रौद्योगिकी संचार विभाग के अतिरिक्त निदेशक शंकर लाल भाटी ने बताया कि राज्य सरकार के आदेशानुसार जोधपुर जिले में लगभग 131 आधार केंद्र लगाए गए हैं. जिनमें ग्राम पंचायत स्तर पर भी आधार केंद्र पर काम चल रहा है. जिससे कि ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोगों को अपने अपने ग्राम पंचायतों में ही सुविधा मिल रही है.
अतिरिक्त निदेशक ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से जारी किए गए नियमों के अनुसार अगर कोई भी व्यक्ति आधार केंद्र लगाना चाहता है तो वह सबसे पहले कियोस्क धारक होना चाहिए. साथ ही उसे जिस सरकारी बिल्डिंग में आधार सेवा केंद्र लगाना है वहां की परमिशन होनी चाहिए. जिसके पश्चात सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से आधार केंद्र लगाने की परमिशन दी जाती है.
यूआईडीएआई की ओर से सरकारी कार्यालय में आधार कार्ड संचालित करने के नियम के बाद निजी स्तर पर आधार केंद्र बंद हो गए हैं. जिससे जोधपुर शहर के प्रमुख आधार केंद्रों पर काफी भीड़ भी देखने को मिल रही है. वर्तमान में वैश्विक महामारी को देखते हुए आधार केंद्र पर भी टोकन सिस्टम रखा गया है. जहां सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लाइन में खड़े होकर लोग अपने आधार में परिवर्तन करवा रहे हैं. सभी आधार केंद्रों पर बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जा रहा.