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कोरोना की तीसरी लहर से जोधपुर को बचाने के लिए प्रशासन की 3P प्लानिंग

कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जोधपुर जिला प्रशासन अभी से सक्रिय हो गया है. जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए 3-P रणनीति तैयार की है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : May 27, 2021, 3:27 AM IST

Jodhpur latest news,  3P Planning of Jodhpur Administration
प्रशासन की 3-P प्लानिंग

जोधपुर. कोरोना की तीसरी लहर से जोधपुर जिले को बचाने के लिए जिला प्रशासन लगातार सक्रिय है. कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने 3-P योजना बनाई है, जिसके तहत तीसरी लहर से निपटने के लिए प्लानिंग, प्रोक्योरमेंट और प्रीवेंशन पर फोकस करते हुए काम हो रहा है. इसको लेकर बुधवार को जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की और विचार-विमर्श किया.

प्रशासन की 3-P प्लानिंग

पढ़ें- वैक्सीनेशन का खौफ: झाड़ियों में जा छिपी वृद्धा, बोली- टीका लगाया तो मर जाऊंगी

जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले के प्रत्येक ब्लॉक और गांव को लेकर प्लान किया जा रहा है. कहां किस चीज की कमी है ? कहां क्या व्यवस्था बनानी है? उसमें क्या आवश्यकता होगी और कैसे बचाव होगा?. इस तरह हम प्लानिंग, प्रोक्योरमेंट और प्रीवेंशन की नीति को अपनाते हुए काम कर रहे हैं. इससे तीसरी लहर का अगर प्रकोप होता है तो जिले के लोगों को उससे बचाया जा सकेगा.

इंद्रजीत सिंह ने बताया कि तीसरी लहर में बच्चों पर प्रभाव होता है या गर्भवती पर प्रभाव होता है तो उनके उपचार की क्या व्यवस्थाएं होगी. अगर किसी को रेफर करना है तो रेफरल सिस्टम क्या होगा, इसको लेकर अभी से ही काम कर रहे हैं. कलेक्टर के अनुसार अगले 2 से 3 महीने के अंदर ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को सुधार दिया जाएगा, जिससे किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी.

उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार और भामाशाहों के सहयोग से आवश्यक उपकरण और संसाधन आ रहे हैं. हमारी प्लानिंग होगी कि किस तरह उनका सही उपयोग हो जिससे लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके. कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को हुई बैठक में मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और संबंधित अधिकारियों के साथ इस प्लानिंग पर चर्चा हुई.

जोधपुर. कोरोना की तीसरी लहर से जोधपुर जिले को बचाने के लिए जिला प्रशासन लगातार सक्रिय है. कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने 3-P योजना बनाई है, जिसके तहत तीसरी लहर से निपटने के लिए प्लानिंग, प्रोक्योरमेंट और प्रीवेंशन पर फोकस करते हुए काम हो रहा है. इसको लेकर बुधवार को जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की और विचार-विमर्श किया.

प्रशासन की 3-P प्लानिंग

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जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले के प्रत्येक ब्लॉक और गांव को लेकर प्लान किया जा रहा है. कहां किस चीज की कमी है ? कहां क्या व्यवस्था बनानी है? उसमें क्या आवश्यकता होगी और कैसे बचाव होगा?. इस तरह हम प्लानिंग, प्रोक्योरमेंट और प्रीवेंशन की नीति को अपनाते हुए काम कर रहे हैं. इससे तीसरी लहर का अगर प्रकोप होता है तो जिले के लोगों को उससे बचाया जा सकेगा.

इंद्रजीत सिंह ने बताया कि तीसरी लहर में बच्चों पर प्रभाव होता है या गर्भवती पर प्रभाव होता है तो उनके उपचार की क्या व्यवस्थाएं होगी. अगर किसी को रेफर करना है तो रेफरल सिस्टम क्या होगा, इसको लेकर अभी से ही काम कर रहे हैं. कलेक्टर के अनुसार अगले 2 से 3 महीने के अंदर ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को सुधार दिया जाएगा, जिससे किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी.

उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार और भामाशाहों के सहयोग से आवश्यक उपकरण और संसाधन आ रहे हैं. हमारी प्लानिंग होगी कि किस तरह उनका सही उपयोग हो जिससे लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके. कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को हुई बैठक में मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और संबंधित अधिकारियों के साथ इस प्लानिंग पर चर्चा हुई.

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