चूरू: कोतवाली थाना इलाके के वार्ड 15 निवासी 34 वर्षीय महिला की संदिग्ध मौत के करीब पांच माह बाद उसका शव शुक्रवार दोपहर कब्र से बाहर निकाला गया. शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया. इसको लेकर 25 दिसम्बर को मृतका के पिता ने कोतवली थाना में मर्ग रिपोर्ट देकर मौत पर शक जाहिर किया था. जिस पर कोतवाली पुलिस ने जिला कलेक्टर से अनुमति लेकर दफनाये गए शव को बाहर निकलवाया. वहीं मौके पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव को वापस दफना दिया गया. इस दौरान मौके पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई.
कोतवाली थानाधिकारी मुकुट बिहारी ने बताया कि वार्ड 15 में 20 जुलाई को 34 वर्षीय फिरदोष की मौत हो गई थी. 25 दिसम्बर को मृतका के पिता युसूफ खां मोयल ने रिपोर्ट दी थी कि उसको बेटी फिरदोष की मौत पर संदेह है. मौत का कारण पता करने के लिए शव का पोस्टमार्टम करवाना चाहते हैं. पुलिस ने पिता की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए जिला कलेक्टर के आदेश पर दफनाए गए शव को बाहर निकलवाया. डीबी अस्पताल के डाॅ राजेश भूकर की अध्यक्षता में पांच डाॅक्टरों की टीम का मेडिकल बोर्ड बनाया गया. मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव को वापस सुपुर्द-ए-खाक किया गया.
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. रिपोर्ट में मृतका के पिता ने बताया कि 20 जुलाई को फिरदोष की मौत हुई थी. 21 जुलाई को अपनी पत्नी के साथ भारत आया था. जहां बिना पोस्टमार्टम करवाए ही शव को दफना दिया गया था. गौरतलब है कि 17 साल पहले फिरदोष की शादी वार्ड 15 के सफीक खां के साथ हुई थी. फिरदोस के चार बच्चे हैं. दूसरी ओर मृतका के ससुर युसूफ खां चौहान ने बताया कि उस समय दोनों पक्षों की सहमति के बाद ही शव को सुपुर्द ए खाक किया गया था.