जयपुर. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व है. धनत्रयोदशी से दीपोत्सव का प्रारंभ हो जायेगा. हिंदी पंचाग के अनुसार त्रयोदशी का प्रारंभ आज रात 9.30 बजे से हो गया, जो शुक्रवार को शाम 6 बजे तक रहेगा. इस दिन सोना, चांदी और पीतल की वस्तुएं खरीदना बहुत शुभ माना जाता है.
धनतेरस की पूजा प्रदोष काल में ही श्रेष्ठ मानी जाती है, ऐसे में प्रदोष काल शुक्रवार को प्राप्त हो रहा है. धनतेरस पर हर राशि के लोग शुभ मुहूर्त में जमकर खरीददारी कर सकते है. ज्योतिषाचार्य डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि धनतेरस की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 8 बजकर 40 मिनट से 10 बजकर 28 मिनट तक रहेगा. इस शुभ मुहूर्त में भगवान धन्वंतरि और धन के देवता कुबेर जी की पूजा की जाएगी. वहीं सोने-चांदी के सिक्के, कार-दोपहिया भी खरीदना अत्यंश शुभ माना जाता है.
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धन्वंतरि का स्कंद पुराण में इसका उल्लेख है, धन्वंतरि प्रभु कलश लेकर त्रयोदशी तिथि पर प्रकट हुए थे. इसलिए इस दिन कोई भी धातु की वस्तु खरीदना बहुत शुभ होता है. चाहे सोने की हो या चांदी या फिर पीतल की वस्तु खरीद सकते है. कहते है कि धनतेरस पर कोई भी वस्तु खरीदते है उसकी तेरह गुना वृद्धि होती है. इसलिए धनतेरस का महत्व बहुत ज्यादा है. क्योंकि धन्वंतरि प्रभु आरोग्य के देवता है इसलिए आरोग्य के लिए धन्वंतरि प्रभु की प्रार्थना करनी चाहिए.