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World childhood cancer day: देश में हर साल 4 लाख से ज्यादा बच्चे होते हैं कैंसर का शिकार

बच्चों में कैंसर तेजी से बढ़ रहा है. इस बीमारी के शिकार बच्चों की सर्वाइवल रेट महज 30 फीसदी (survival rate for childhood cancer) ही है. चिकित्सकों का कहना है कि अगर शुरूआती स्तर पर ही ऐसे बच्चों को इलाज मिल जाए, तो इस रोग से निजात पाई जा सकती है. एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में हर साल 4 लाख से ज्यादा बच्चों कैंसर हो जाता है.

World childhood cancer day
टरनेशनल चाइल्डहुड कैंसर डे
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Published : Feb 15, 2022, 3:53 PM IST

Updated : Feb 15, 2022, 5:57 PM IST

जयपुर. 15 फरवरी को विश्वभर में इंटरनेशनल चाइल्डहुड कैंसर डे के रूप में मनाया जाता है. चिकित्सकों की मानें तो हर साल देश में बच्चों में कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं. हालांकि चिकित्सकों का मानना है कि यदि समय पर इसका इलाज किया जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है.

कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ ताराचंद गुप्ता का कहना है कि बच्चों में कैंसर तेजी से बढ़ रहा है. देश में हर साल 4 लाख से ज्यादा बच्चे इस बीमारी का शिकार (Childhood cancer patients in India) हो रहे हैं. जागरूकता की कमी के चलते उपचार समय पर शुरू नहीं हो पाता. इसकी वजह से सर्वाइवल रेट 30 फीसदी तक ही है. समय पर इलाज उपलब्ध हो जाए तो बच्चों को कैंसर से बचाया जा सकता है. डॉ गुप्ता ने बताया कि बच्चों में कई तरह के कैंसर होते हैं. इनके शुरुआती लक्षणों में बार-बार बुखार आना, एनीमिया का उपचार लेने के बाद भी ठीक ना होना, शरीर पर गांठ का उभरना शामिल है. उपचार के बाद भी लम्बे समय तक ठीक ना हों, तो कैंसर विशेषज्ञ से जांच करवानी चाहिए.

देश में हर साल 4 लाख से ज्यादा बच्चे होते हैं कैंसर का शिकार

पढ़ें: World Cancer Day 2022 : हर जिले में होगी कैंसर अर्ली डिटेक्शन वैन, देश के 6 फीसदी कैंसर मरीज अकेले राजस्थान में

कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ उपेन्द्र शर्मा का कहना है कि बच्चों में कई तरह के ब्लड कैंसर होते हैं, जिसकी शुरुआती स्तर में उपचार कर पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जा सकता है. ऐसे बच्चे सामान्य बच्चों की तरह जीवन बिता सकते हैं. एक निजी कैंसर अस्पताल से मिले आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2014 से दिसंबर 2021 तक 189 बच्चों को उपचार दिया जा रहा है. इनमें से 125 बच्चे कैंसर मुक्त होकर सामान्य जीवन जी रहे हैं.

जयपुर. 15 फरवरी को विश्वभर में इंटरनेशनल चाइल्डहुड कैंसर डे के रूप में मनाया जाता है. चिकित्सकों की मानें तो हर साल देश में बच्चों में कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं. हालांकि चिकित्सकों का मानना है कि यदि समय पर इसका इलाज किया जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है.

कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ ताराचंद गुप्ता का कहना है कि बच्चों में कैंसर तेजी से बढ़ रहा है. देश में हर साल 4 लाख से ज्यादा बच्चे इस बीमारी का शिकार (Childhood cancer patients in India) हो रहे हैं. जागरूकता की कमी के चलते उपचार समय पर शुरू नहीं हो पाता. इसकी वजह से सर्वाइवल रेट 30 फीसदी तक ही है. समय पर इलाज उपलब्ध हो जाए तो बच्चों को कैंसर से बचाया जा सकता है. डॉ गुप्ता ने बताया कि बच्चों में कई तरह के कैंसर होते हैं. इनके शुरुआती लक्षणों में बार-बार बुखार आना, एनीमिया का उपचार लेने के बाद भी ठीक ना होना, शरीर पर गांठ का उभरना शामिल है. उपचार के बाद भी लम्बे समय तक ठीक ना हों, तो कैंसर विशेषज्ञ से जांच करवानी चाहिए.

देश में हर साल 4 लाख से ज्यादा बच्चे होते हैं कैंसर का शिकार

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कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ उपेन्द्र शर्मा का कहना है कि बच्चों में कई तरह के ब्लड कैंसर होते हैं, जिसकी शुरुआती स्तर में उपचार कर पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जा सकता है. ऐसे बच्चे सामान्य बच्चों की तरह जीवन बिता सकते हैं. एक निजी कैंसर अस्पताल से मिले आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2014 से दिसंबर 2021 तक 189 बच्चों को उपचार दिया जा रहा है. इनमें से 125 बच्चे कैंसर मुक्त होकर सामान्य जीवन जी रहे हैं.

Last Updated : Feb 15, 2022, 5:57 PM IST
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