जयपुर. कोविड-19 के दौर में बिल्डिंग इंडस्ट्री के सामने चुनौतियां बढ़ गई हैं. जिनका समाधान निकालने के लिए शुक्रवार को हाउसिंग बोर्ड कार्यालय में इंजिनियर्स जुटे. राजस्थान आवासन मंडल और इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को एक कार्यशाला का आयोजन हुआ. जिसमें इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप मित्तल मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे. वहीं कार्यक्रम में आवासन मंडल अध्यक्ष भास्कर ए सावंत मुख्य अतिथि रहे.
बिल्डिंग निर्माण की तकनीक में निरंतर बदलाव हो रहे हैं. इन बदलावों को अपनाते हुए इंजीनियर्स को बिल्डिंग निर्माण में नवाचार करते रहना चाहिए. ये कहना है, आवासन मंडल अध्यक्ष भास्कर ए सावंत का. सावंत शनिवार को मंडल मुख्यालय पर चैलेंज बिफोर बिल्डिंग इंडस्ट्रीज ड्यू टू कोविड-19 विषय पर आयोजित हुई वर्कशॉप में इंजीनियर्स को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोविड-19 और दूसरे चैलेंज से बिल्डिंग की गुणवत्ता को कैसे बेहतर किया जा सकता है, इस पर वर्कशॉप में चर्चा की गई. राज्य सरकार या प्रशासनिक अधिकारी तकनीकी पहलू इंजीनियर को नहीं समझा सकते हैं. इस तरह की वर्कशॉप इंजीनियर्स के लिए भी मददगार साबित होगी.
पढ़ें- मास्टर भंवरलाल के पुत्र मनोज मेघवाल ने कहा- पार्टी आलाकमान तय करेगा कौन होगा प्रत्याशी
वहीं इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप मित्तल ने कहा कि भवन निर्माण पर कोविड-19 असर पड़ा है. ऐसे में भविष्य में क्या-क्या ध्यान में रखा जा सकता है, उस पर मंथन किया गया. उन्होंने कहा कि मटेरियल की कॉस्ट बढ़ रही है, लेबर की कमी है, नए नियमों के तहत बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन में जगह भी ज्यादा चाहिए, ऐसी चुनौतियों पर किस तरह से पार पाया जाए ये फिलहाल चर्चा का विषय है.
इस दौरान हाउसिंग बोर्ड के मुख्य अभियंता केसी मीणा ने मंडल की उपलब्धियों का प्रेजेंटेशन भी दिया. साथ ही बताया कि कोविड-19 जैसी विषम परिस्थितियों में भी आवासन मंडल ने ई ऑक्शन के माध्यम से सर्वाधिक मकान बेचे हैं और दो अंतरराष्ट्रीय कीर्तिमान भी बनाए हैं. इसके साथ ही 1500 व्यवसायिक संपत्तियां और प्रीमियम प्रॉपर्टी को भी चिन्हित कर बेचा गया है. बोर्ड ने महज सवा साल में करीब 2000 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया है. वहीं अब आवासन मंडल सिटी पार्क, कोचिंग हब जैसे प्रोजेक्ट पर भी काम कर रहा है.